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दो वर्षों बाद बप्पा के जयकारों से गूंज उठा कोयलांचल

डिगवाडीह में आकर्ष आकर्षण का केंद्र बना चटाई व बांस से बना पंडाल

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कुंदन कुमार :

धनबाद । धनबाद कोयलांचल में बीते 2 वर्षों के बाद इस वर्ष गणेश चतुर्दशी की धूम देखने को मिल रही है । यूं तो जीले में आधा दर्जन से अधिक बड़े आयोजन हो रहे है जिसमे मनईटांड़, बेकारबांध स्थित जिला परिषद रेस्ट हाउस, आईआईटी आईएसएम, सिंदरी राँगामाटी टीओपी मैदान शामिल है. लेकिन पिछले कई वर्षों से बेहतरीन गणेश पूजा महोत्सव में शुमार डिगवाडीह पुराना मंदिर के स्वरूप बना पंडाल लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बना है. डिगवाडीह में गणेश चतुर्दशी पर लगने वाला भव्य मेला भी लोगों के लिए उमंग भर कर लाया है. जिसे लोग देखने के लिए लोग धनबाद के पड़ोसी जिले से भी पहुंचते हैं. गणेश पूजा कमेटी के पदाधिकारी डा. एमके ठाकुर के अनुसार कोयलांचल के बेहतरीन गणेश पूजा महोत्सव में शुमार डिगवाडीह सर्कस मैदान है । यहाँ 34 वां वार्षिक गणेश महोत्सव को धूमधाम से मनाया जा रहा है. पश्चिम बंगाल के कारीगरों के द्वारा पुराना मंदिर स्वरूप पंडाल का निर्माण किया गया. पंडाल के अन्दर का आकर्षक सीन आसनसोल के शोहेल डेकोरेटर की ओर से बनाया जा रहा रहा है.
गणेश पूजा कमेटी के पदाधिकारी डा एमके ठाकुर ने बताया है कि पंडाल के अन्दर सीन आसनसोल के शोहेल डेकोरेटर की ओर से बनाया जा रहा रहा है. राजगद्दी- सिंहासन में गणपति जी महाराज विराजेंगे. भक्तों को पूजा के दौरान बेहतर कला इस बार देखने को मिलेगी. वहीं डिगवाडीह गणेश पूजा महोत्सव इस साल 19 दिनों तक चलेगा. गणेश पूजा समिति के डा. एमके ठाकुर ने कहा कि दो साल तक कोरोना महामारी के कारण मेला नहीं लगा. लेकिन इस वर्ष कोरोना पूरी तरह से समाप्त हो चुका है । जिसे देखते हुए कमेटी के द्वारा गणपति पंडाल के साथ-साथ भव्य मेले का भी आयोजन किया जा रहा है मेले में बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए मेला में एक से बढ़ कर एक मनोरंजक झूले व खाने-पीने की चीजें मौजूद है ।

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