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अतिक्रमण के आरोपों से मुक्त करते हुए संरचनाएं खाली नहीं कराने का दुकानदारों ने किया अनुरोध
विक्टोरिया तालाब के समीप स्थित दुकानदारों ने नप के कार्यपालक पदाधिकारी को दिया हस्ताक्षर युक्त आवेदन
कयूम खान
लोहरदगाः जल श्रोत तालाब स्थल के पास बने संरचना को खाली करने के संबंध असलम खान, धनु साहु, अरविंद कुमार वर्मा, पप्पू खान आदि सहित 42 दुकानदारों ने लोहरदगा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को हस्ताक्षर युक्त आवेदन दिया है। जिसमें दुकानदारों ने पत्रांक 1274/न०प० लो० दिनांक 17.08.2021 के प्रसंगाधीन पत्र के सन्दर्भ में अनुरोध पूर्वक कहा है कि विक्टोरिया तालाब (बड़ा तालाब) ब्रिटिश काल में जल संग्रह हेतु कैदियों के द्वारा बनाया गया था। उसी काल से तालाब के पूर्वी भाग में तालाब एवं मुख्य पथ के मध्य में शिव मंदिर, दशकर्म घाट, जनानी व मर्दाना घाट निर्मित है। तथा दशकर्म घाट के निकट एक बरगद का पेड़ लगाया गया था, जहां प्रत्येक वर्ष वट सावित्री पूजा होती है। वहीं एक विशाल पीपल का पेड़ है, जिस पर मरणोपरान्त परिवार जन द्वारा घण्ट (अस्थि कलश) टांगने की परम्परा है। उपरोक्त अवस्थित स्थानों के इर्द गिर्द रिक्त पड़े भूमि को नगरपालिका, नगर परिषद् द्वारा उसी सीध में जीविका चलाने हेतु एक कतार में रिक्त पड़े भू-भाग को आवंटन किया गया था। जिसके लिए जमानत की राशि जमा करने के उपरान्त अपने व्यय से दुकान बनाकर पूर्वजों से अब तक परिवार का पालन-पोषण करते चले आ रहे हैं। अर्थात निर्मित दुकान अवैध नहीं है। दुकान के निर्माण से तालाब के मूल स्वरूप में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, बल्कि ऐसा प्रतित होता है कि तालाब के दक्षिणी-उत्तरी एवं पश्चिम की ओर बने पक्का पथ, बाउन्ड्री वाल, गार्ड वाल जैसे स्थायी संरचना से तालाब के आकार को छोटा कर दिया गया है। दुकानदारों ने ज्ञात कराते हुए कहा कि तालाब के निर्माण काल से अब तक कभी भी तालाब सूखने की स्थिति में नहीं आया है, अर्थात् सूखा ही नहीं है। जबकि नगर परिषद स्वयं ही शहरी क्षेत्र में अवस्थित विभिन्न तालाब जिसका स्वरूप बदल कर अन्य कार्य में लाया जा रहा है या लाने की दिशा में प्रयासरत है। कार्यपालक पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि 1. नया नगर परिषद भवन जो तालाब के स्वरूप को बदलने के पश्चात निर्मित है। 2.मधुसूदन लाल अग्रवाल महिला महाविद्यालय परिसर में अवस्थित तालाब को बदल कर अन्य उपयोग में लाया जा रहा है।3.अग्रसेन पथ स्थित बुच्चा तालाब जिसका स्वरूप बदलने की दिशा में प्रयासरत है तथा अधिकांश भाग का स्वरूप बदला जा चुका है। 4. पूर्व के लोहरदगा स्टेशन के निकट अवस्थित तालाब का स्वरूप बदला जा चुका है। 5. नवी तालाब जो विक्टोरिया टैंक के पश्चिम की ओर था, उसक स्वरूप बदला जा चुका है। 6. बलदेव साहू महाविद्यालय पथ पर सोबरन टोली स्थित तालाब के नष्ट करके नया स्वरूप दे दिया गया है।तालाब के बारे में सर्वे नक्शा एवं खतियान के अवलोकन से स्पष्ट हो सकता है। उक्त दुकानदारों ने अनुरोध किया है कि उपरोक्त तथ्यों के आलोक में प्रासंगिक पत्र में उल्लेखित आरोपों से हम सब को मुक्त करते हुए पत्र को निरस्त करने की दिशा में यथोचित कदम उठाया जाय। ताकि हमलोगों के परिवार के प्रत्येक सदस्यगण को ईलाज पढ़ाई, भोजन आदि की पूर्ति किया जा सके। उक्त दुकानदारों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहु एवं स्थानीय विधायक सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से मिलकर प्रतिलिपि सौंपते हुए रोजी-रोटी बचाने की गुहार लगाई। रास सांसद श्री प्रसाद ने इस मामले पर अपने स्तर से पूर्ण रूप से प्रयास कर रोजी-रोटी बचाने का भरोसा दिलाया है।
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