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मौजा सहेदा और गुड़गामा के रैयतों ने उपायुक्त से लगायी न्याय की गुहार
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कयूम खान
लोहरदगा: लोहरदगा बाईपास सड़क निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण के सबंध में शनिवार को मौजा सहेदा और गुड़गामा के ग्रामीण रैयतों ने समाहरणालय पहुंच उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण से मिलकर अलग-अलग हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सौंपकर न्याय की गुहार लगायी। ग्रामीणों रैयतों ने अपने आवेदनों में कहा है कि समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार से हम रयतों को पता चला है कि लोहरदगा बाईपास सडक निर्माण के लिए लोहरदगा प्रशासन के द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है और अधिग्रहण का काम हो भी रहा है। यह जानकर हम रैयत काफी उत्साहित हैं कि हमारा चिरपरिचित बाईपास सड़क का निर्माण होगा। परन्तु जमीन अधिग्रहमण में मुआवजा के लिए निर्धारित दर जानकर हम रैयत काफी दुखी एवं आक्रोशित हैं। मुआवजा दर हमारे इच्छा के विपरीत काफी कम है। हम रैयत निर्धारित मुआवजा दर से असंतुष्ट हंै तथा इस दर से हम रैयत अपनी जमीन देने में सहमत नहीं हैं। भूमि अधिग्रहण में लोहरदगा प्रशासन के द्वारा मौजा सहेदा के लिए मात्र 2,178 रूपए पर डिसमिल और गुड़गामा के लिए मात्र 2,360 रूपए पर डिसमिल मुआवजा दर निर्धारित की गयी है, जो संतोषजनक नहीं है। मौजा सहेदा और मौजा गुड़गामा के ग्रामीण रैयतों ने उपायुक्त से आग्रह करते हुए कहा है कि मुआवजा दर के संबंध में पुनर्विचार की जाए। आवश्यक कार्रवाई हेतु ग्रामीण रैयतों ने आवेदनों की प्रतिलिपि जिला भूअर्जन पदाधिकारी, लोहरदगा को भी दी है। रैयतों में बी भगत, करमा प्रजापति, रामसेवक लोहरा, रामदयाल उरांव, हरि उरांव, रामदेव उरांव, अनिल उरांव, रामदुलार उरांव, छोटू उरांव, संजय साहु, सुनिल उरांव, लहसन उरांव, मनोज कच्छप, धने उरांव, अवधेश प्रजापति आदि सहित बड़ी संख्या में मौजा सहेदा और गुड़गामा के ग्रामीण रैयत शामिल थे।
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