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प्रयागराज: सावन का दूसरा सोमवार कल 25 जुलाई को है। प्रयागराज से गंगाजल लेकर कांवड़ियों का जत्था यूं तो सावन माह के पहले दिन से ही वाराणसी के बाबा विश्वनाथ धाम को लगातार जा रहा है। हालांकि अब भीड़ बढ़ रही है। ऐसे में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए जोर लगा दिया है।
प्रयागराज से वाराणसी तक के कांवड़ यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व सुविधाएं बढ़ा दी गई हैं। पूरे मार्ग पर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। डीएम संजय कुमार खत्री ने चार जोन और 12 सेक्टर में कांवड़ यात्रा मार्गों को बांटते हुए एडीएम रैंक के चार जोनल व सेक्टरों में सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिया है। एडीएम के साथ एएसपी व मजिस्ट्रेट संग सीओ लगाए गए हैं। सीआरओ को नोडल अफसर बनाया गया है।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर एंबुलेंस, पानी के टैंकर के साथ जिप्सी में पुलिस की टीमें लगा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंबुलेंस में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। दारागंज स्थित दशाश्वमेध गंगा घाट से लेकर प्रयागराज व बरौत की सीमा तक प्रमुख स्थानों, ढाबों, मठ-मंदिरों पर 24 एंबुलेंस लगाई गई हैैं, जिनमें पर्याप्त मात्रा में दवाएं, इंजेक्शन की भी व्यवस्था है। इसी तरह यात्रा मार्ग पर 30 स्थानों पर पानी के टैैंकर रखे गए हैैं। प्रमुख चौराहों, बाजारों व मंदिरों पर जीप तथा जिप्सी में पुलिस के अतिरिक्त जवान भी मुस्तैद किए गए हैैं।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित ढाबों व रेस्टोरेंट तथा चाय-नाश्ते की दुकानों पर स्थानीय पुलिस व प्रशासन की ओर से रेड बोर्ड लगाया गया है, जिससे कांवडिय़ों से ज्यादा पैसे न वसूले जा सके। इस पर पुलिस की नजर भी है।
की सुरक्षा के लिए ड्रोन से भी निगरानी काई जा रही है। एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय ने बताया कि दशाश्वमेध घाट, संगम तथा यात्रा मार्ग पर पुलिस को 11 ड्रोन दिए गए हैैं जिससे लगातार विशेषज्ञों द्वारा निगरानी कराई जा रही है।
प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि प्रयागराज-वाराणसी मार्ग का एक लेन पूरी तरह से कांवडिय़ों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है। इस पर कोई वाहन नहीं चल रहे हैं। मार्ग पर बैरिकेडिंग भी कराई गई है। मार्ग पर जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस के अधिकारी भी तैनात किए गए हैं।
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