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भुवनेश्वर: ओडिशा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए तैनात भारी सुरक्षा बल के बावजूद चल रहे पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में हिंसा और मतदान केंद्र पर कब्जे की घटनाएं सामने आयी हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मतदान अपराह्न एक बजे बंद कर दिया गया, लेकिन कतार में खड़े लोगों के कारण कुछ इलाकों में यह तय सीमा से अधिक समय तक जारी है।
पुलिस सूत्रों ने बकहा कि राज्य में चुनाव के सुचारू संचालन के लिए जिला पुलिस अधिकारियों के साथ 1625 मोबाइल पैट्रोंिलग दल और सुरक्षा बलों की 240 पलटनों को तैनात किया गया है। राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने पहले चरण में 25 केंद्रों और दूसरे चरण में 20 केंद्रों पर मतदान के बाधित होने के उपरांत 45 केंद्रों पर पुन:मतदान का फैसला लिया था।
जाजपुर जिले की ंिबनझारपुर ब्लॉक की बचहुल पंचायत के मतदान केंद्र पर कब्जा करने की खबर पर जानकारी जुटाने पहुंचे तीन मीडियाकर्मियों पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। जबकि इसी पंचायत क्षेत्र कि अन्य घटना में उपद्रवियों ने केंद्र संख्या चार और छह से बैलेट बॉक्स को लूट लिया। जिसके बाद मतदान को रोक दिया गया। वहीं घटनास्थल पर पहुंचे ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) को अधम लोगों ने घेर लिया।एसईसी सचिव आर एन साहु ने कहा कि राज्य में जाजपुर जिले को छोड़कर सभी जगह मतदान प्रक्रिया सुगम रूप से चल रही है और इसमें अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। श्री साहू ने कहा कि दोपहर 12 बजे तक 45 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य के 29 जिलों के 63 ब्लॉकों के 171 जिला परिषद क्षेत्रों की 1382 पंचायतों में पंचायती राज संस्थानों के लिए तीसरे चरण के चुनाव में मतदान प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू हुयी थी। इन चुनावों के लिए 679 उम्मीदवार मैदान में उतरे हुए हैं, वहीं 18,495 मतदान केंद्रों में 2,777 को संवेदनशील घोषित किया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य में 16 फरवरी को पहले चरण और 18 फरवरी को दूसरे चरण के चुनाव हुए थे, जिसमें क्रमश: 77.2 फीसदी एवं 78.3 फीसदी मतदान हुआ था।
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