नास्त्रदेमस ने 500 साल पहले ही बता दिया था दुनिया में पड़ेगी प्रचंड गर्मी, सच साबित हुई एक और भविष्यवाणी!
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परिचय
इतिहास के पन्नों में, मिशेल डी नोस्ट्रदेमस, जिन्हें नोस्ट्रदेमस के नाम से विश्व जानता है, एक रहस्यमयी व्यक्ति के रूप में खड़े होते हैं। उनकी प्रसिद्ध किताब “ले प्रॉपीएस” जो करीब 500 साल पहले प्रकाशित हुई थी, ने विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में भविष्यवाणी की थी, जिनमें फ्रांसीसी क्रांति, आडोल्फ हिटलर के उदय और जापान पर परमाणु बम गिराने का समय भी शामिल था। नोस्ट्रदेमस की हर भविष्यवाणी अब तक बड़ी सटीकता के साथ सत्य साबित हो गई है।
नोस्ट्रदेमस का प्रशिक्षित परिक्षण
नोस्ट्रदेमस के विदेशी ज्योतिषी के रूप में प्रसिद्ध बुक “ले प्रॉपीएस” में, लगभग 500 साल पहले ही, एक और पूर्वानुमान है, जो 2023 के वर्ष के लिए है। इसमें यूरोप की गर्मी से जुड़ी कुछ चिंताजनक बातें कही गई थीं, जो सच साबित हो रही हैं। इसमें तपती गर्मी और बढ़ती समुद्र तापमान पर ध्यान दिया गया था। यह कहा गया था, ‘सूरज की तरह चमकते हुए सिर समुद्र को खोजेगा। काले सागर से जीवंत मछलियां पूरी तरह से उबल जाएंगी।’ और इसके आगे और कहा गया था, ‘जब रोड्स और जेनोवा आधे भुखे होंगे, तो स्थानीय लोग कड़ी मेहनत करके उन्हें काटने में कामयाब होंगे।’
यूरोप की भीषण तपती गर्मी
यूरोप के तटीय इलाकों में वर्षा की कमी के कारण, अभी हाल ही में एक तीव्र गर्मी की लहर आई है। इससे इस क्षेत्र के लोगों को भयानक तपती गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। यह तपती गर्मी के दौरान यूरोप के कई भागों में असहनीय तापमान हैं। पिछले साल भी यूरोप में तपती गर्मी के कारण करीब 60,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी यूरोप भारी गर्मी का शिकार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक शीर्ष अधिकारी ने इसके संबंध में तत्काल और कठोर कार्रवाई के लिए आग्रह किया है ताकि जलवायु संकट का सामना किया जा सके।
यूरोप की तपती गर्मी के सबूत
विश्व के अग्रणी ज्योतिषी नोस्ट्रदेमस ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक “ले प्रॉपीएस” में करीब 500 साल पहले एक और पूर्वानुमान किया था, जिसमें यूरोप के तटीय इलाकों में तपती गर्मी के बारे में कही गई थीं, जो अब सत्य साबित हो रही हैं। इसमें तपती गर्मी और बढ़ते समुद्र तापमान का जिक्र था। उसमें कहा गया था, ‘सूरज की तरह चमकते हुए सिर समुद्र को खोजेगा। काले सागर से जीवंत मछलियां पूरी तरह से उबल जाएंगी।’ और इसके आगे और कहा गया था, ‘जब रोड्स और जेनोवा आधे भुखे होंगे, तो स्थानीय लोग कड़ी मेहनत करके उन्हें काटने में कामयाब होंगे।’
यूरोप का भयानक गर्मी का सामना
यूरोप के तटीय इलाकों में वर्षा की कमी के कारण, हाल ही में एक तीव्र गर्मी की लहर आई है। इससे यूरोप के लोगों को भयानक तपती गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इस तपती गर्मी के कारण यूरोप के कई भागों में तापमान अत्यधिक हो गए हैं। पिछले साल भी यूरोप में तपती गर्मी के कारण करीब 60,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी यूरोप भारी गर्मी का शिकार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक शीर्ष अधिकारी ने इस संबंध में तत्काल और कठोर कार्रवाई के लिए आग्रह किया है ताकि जलवायु संकट का सामना किया जा सके।
यूरोप की तपती गर्मी के सबूत
विश्व के अग्रणी ज्योतिषी नोस्ट्रदेमस ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक “ले प्रॉपीएस” में करीब 500 साल पहले एक और पूर्वानुमान किया था, जिसमें यूरोप के तटीय इलाकों में तपती गर्मी के बारे में कही गई थीं, जो अब सत्य साबित हो रही हैं। इसमें तपती गर्मी और बढ़ते समुद्र तापमान का जिक्र था। उसमें कहा गया था, ‘सूरज की तरह चमकते हुए सिर समुद्र को खोजेगा। काले सागर से जीवंत मछलियां पूरी तरह से उबल जाएंगी।’ और इसके आगे और कहा गया था, ‘जब रोड्स और जेनोवा आधे भुखे होंगे, तो स्थानीय लोग कड़ी मेहनत करके उन्हें काटने में कामयाब होंगे।’
यूरोप का भयानक गर्मी का सामना
यूरोप के तटीय इलाकों में वर्षा की कमी के कारण, हाल ही में एक तीव्र गर्मी की लहर आई है। इससे यूरोप के लोगों को भयानक तपती गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इस तपती गर्मी के कारण यूरोप के कई भागों में तापमान अत्यधिक हो गए हैं। पिछले साल भी यूरोप में तपती गर्मी के कारण करीब 60,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी यूरोप भारी गर्मी का शिकार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक शीर्ष अधिकारी ने इस संबंध में तत्काल और कठोर कार्रवाई के लिए आग्रह किया है ताकि जलवायु संकट का सामना किया जा सके।
यूरोप की तपती गर्मी के सबूत
विश्व के अग्रणी ज्योतिषी नोस्ट्रदेमस ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक “ले प्रॉपीएस” में करीब 500 साल पहले एक और पूर्वानुमान किया था, जिसमें यूरोप के तटीय इलाकों में तपती गर्मी के बारे में कही गई थीं, जो अब सत्य साबित हो रही हैं। इसमें तपती गर्मी और बढ़ते समुद्र तापमान का जिक्र था। उसमें कहा गया था, ‘सूरज की तरह चमकते हुए सिर समुद्र को खोजेगा। काले सागर से जीवंत मछलियां पूरी तरह से उबल जाएंगी।’ और इसके आगे और कहा गया था, ‘जब रोड्स और जेनोवा आधे भुखे होंगे, तो स्थानीय लोग कड़ी मेहनत करके उन्हें काटने में कामयाब होंगे।’
यूरोप का भयानक गर्मी का सामना
यूरोप के तटीय इलाकों में वर्षा की कमी के कारण, हाल ही में एक तीव्र गर्मी की लहर आई है। इससे यूरोप के लोगों को भयानक तपती गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इस तपती गर्मी के कारण यूरोप के कई भागों में तापमान अत्यधिक हो गए हैं। पिछले साल भी यूरोप में तपती गर्मी के कारण करीब 60,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी यूरोप भारी गर्मी का शिकार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक शीर्ष अधिकारी ने इस संबंध में तत्काल और कठोर कार्रवाई के लिए आग्रह किया है ताकि जलवायु संकट का सामना किया जा सके।
उम्मीद है, यह जानकारी आपको उपयोगी और ज्ञानवर्धक लगेगी।
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