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बिहार में आठ साल बाद डेंगू का नया स्ट्रेन-4 मिला है। यह स्ट्रेन डेन-4 है, जो डेंगू के चारों स्ट्रेन में से एक है। डेन-4 स्ट्रेन डेन-2 स्ट्रेन की तुलना में कम गंभीर माना जाता है, लेकिन यह भी घातक हो सकता है।
डेंगू के लक्षण आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकान, और चकत्ते के रूप में प्रकट होते हैं। कुछ मामलों में, डेंगू रक्तस्रावी बुखार का कारण बन सकता है, जो एक गंभीर स्थिति है जो रक्तस्राव और अंग विफलता का कारण बन सकती है।
डेंगू के लिए कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है। डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका मच्छरों के काटने से बचना है।
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बिहार में डेंगू के मामलों में वृद्धि के कारण, राज्य सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। डेंगू के लक्षण वाले लोग इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं और चिकित्सा सलाह प्राप्त कर सकते हैं।
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डेंगू के लक्षण:
बुखार
सिरदर्द
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
थकान
चकत्ते
डेंगू से बचाव के लिए उपाय:
मच्छरों के काटने से बचें।
मच्छरों को पनपने से रोकें।
अपने शरीर को ढकें।
मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
बिहार डेंगू हेल्पलाइन नंबर: 104
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