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राम प्रसाद सिन्हा
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पाकुड।जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के पंचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक में ऑपरेशन स्टार्ट किये जाने को लेकर सांसद विजय हांसदा एवं डीसी वरुण रंजन ने बैठक की ।समाहरणालय के सभागार में आयोजित बैठक में एसपी ह्रदीप पी जनार्दनन अपर समाहर्ता मंजू रानी डीएफओ रजनीश कुमार एसडीओ पंकज कुमार साव,भू अर्जन पदाधिकारी रविन्द्र चौधरी के अलावे पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं डीबीएल कम्पनी के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।बैठक में सात साल से बंद पड़े सेंट्रल कॉल ब्लॉक को चालू कराने को लेकर आने वाली अड़चनों को दूर करने,रैयतों विस्थापितों, ट्रांसपोर्टर एवं कर्मचारियों के साथ पहले चरण की हुई बैठक एवं उनके द्वारा रखी गयी मांगों को डीबीएल एवं पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने सांसद एवं डीसी को विस्तार से बताया।कोयला खदान में उत्तखनन एवं परिवहन चालू कैसे किया जाय पर विस्तार से चर्चा होने के उपरांत सांसद श्री हांसदा ने पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को पुराने भुगतान के मामले की जांच कर उसका भुगतान करने , आरएनआर पालिसी का अनुपालन करने का निर्देश दिया।सांसद ने कोल कम्पनी के प्रतिनिधियों को कर्मचारियों ट्रांसपोर्टरों एवं विस्थापितों को विश्वास में लेकर ही काम चालू करने का निर्देश दिया।वही डीसी ने सरकार के पूर्व के निर्देशों एवं शर्तो को पूरा करने के बाद काम चालू करने, आवश्यक कागजात जमा करने का निर्देश दिया। डीसी ने सीएसआर एक्टिविटी को जिले में टेकअप करने का भी निर्देष दिया ताकि स्थानीय लोगो को इकोनॉमिक एक्टिविटी का लाभ मिल सके।ज्ञात हो कि पंचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक में वर्ष 2015 से कोयला उत्तखनन का कार्य बंद है।इस कोयला खदान के बंद होने से सैकड़ो कर्मचारी का रोजी रोजगार छीन गया था।इतना ही नही ट्रांसपोर्टरों का भी बकाया भुगतान नही हो पाया था।सरकार द्वारा कोयला खदान चालू करने की स्वीकृति दिए जाने की सूचना के बाद खदान चालू करने को लेकर गतिविधियां तेज हो गयी।सेंट्रल कोल ब्लॉक पंजाब स्टेट पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड को आवंटित है एवं खुदाई एवं ढुलाई का काम डीबीएल कम्पनी को मिला है।कम्पनी हाल के दिनों में बंद पड़े खदान को चालू करने के पहले विस्थापितों पूर्व में काम करने वाले कर्मचारियों एवं ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक की थी जिसमे पूर्व के बकाया भुगतान के बाद ही काम चालु किये जाने के मामले को प्रमुखता से उठाया था।सेंट्रल कोल ब्लॉक की खदान में पानी भरा हुआ है जिसे निकालने के बाद ही कोयला का उत्तखनन सम्भव है। इसलिए सभी अड़चनों को दूर करने,सरकार के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के बाद ही ओपरेशन स्टार्ट करने को लेकर बैठक में सांसद एवं डीसी ने आवश्यक निर्देश दिया है
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