मैसर्स पी. एस. कोल्ड स्टोरेज के गलत विद्युत बिल का मामला ऊर्जा मंत्री के यहां पहुंचने के बाद भी वसूलने का दबाव बनाना जारी
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नैमिष प्रताप सिंह
लखनऊ / आगरा : आगरा के बहुचर्चित पी. एस. कोल्ड स्टोरेज ( 781726716848) के गलत विद्युत बिल का मामला शुक्रवार ,15 सितम्बर को ऊर्जा मंत्री के सचिवालय स्थित कार्यालय मे पहुंच गया है लेकिन अभी तक दबाव बनाकर मनमानीपूर्ण बिल का भुगतान करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बताते चले कि पी. एस. कोल्ड स्टोर , जमाल नगर , भैंस, चमरोला, बरहन, आगरा के निदेशक अशोक कुमार का कहना है कि उनके प्रतिष्ठान: मैसर्स पी. एस. कोल्ड स्टोरेज का लंबे समय से गलत विद्युत बिल आ रहा है। उन्होंने यह भी बताया है कि पूर्व में डी. वी. वी. एन. एल. आगरा व वि. वि. खंड एत्मादपुर द्वारा लगातार अनगिनत त्रुटियां करते हुए रु. 9270950 का फर्जी बिल बनाकर उनको बकायेदार दर्शाते हुए समाचार पत्र तक में नाम प्रकाशित करवा दिया था , बाद में इसे जांच के बाद आंशिक रूप से सही किया गया था लेकिन अभी भी उनका बिल पूर्ण रूप से सही नहीं हुआ है।
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केंद्रीय मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल के पत्र के बावजूद नहीं सही हुआ बिजली का बिल
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मैसर्स पी. एस.कोल्ड स्टोरेज के निदेशक अशोक कुमार ने अपने प्रतिष्ठान के बिजली बिल में हुई त्रुटियों के निराकरण के लिए भारत सरकार में राज्य मंत्री: विधि एवं न्याय प्रो. एस. पी. सिंह बघेल से मुलाकात किया था जिसके बाद उन्होंने 27/01/2023 को प्रबंध निदेशक: डी. वी. वी. एन. एल. आगरा को पत्र लिखा था जिसके बावजूद शिकायतों का निराकरण नहीं हुआ। अब दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा रु. 338786.00 का बिल भेज दिया गया जिसमें फर्जीवाड़ा है। डी. वी. वी. एन. एल. द्वारा अनियमितता से भरपूर बिजली का बिल 18 सितंबर तक न जमा करने पर बिजली काटने की धमकी दिया गया हैं।
बिजली बिल में फर्जीवाड़ा का यह है मामला
मैसर्स पी. एस. कोल्ड स्टोरेज स्टोरेज द्वारा गलत विद्युत बिल को सही करने के लिए प्रशासन – शासन को समय – समय पर लिखे गए संलग्नक विभिन्न प्रार्थनापत्रों के जरिए जो सूचना मिलती है , उसके अनुसार यह मामला ग्रामीण के स्थान पर शहरी दर बिल बनाने , लोड फैक्टर रिवेट्स न देने , उनके द्वारा जमा धनराशि का दिनांक बार समायोजन न करने , अग्रिम पेमेंट पर मिलने वाली छूट तथा अग्रिम पेमेंट पर मिलने वाली ब्याज तथा छूट एवं सिक्योरिटी धनराशि पर मिलने वाली ब्याज का स्पष्ट समायोजन न होने से संबद्ध है। मैसर्स पी. एस. कोल्ड स्टोरेज स्टोरेज के निदेशक अशोक कुमार का स्पष्ट रुप से कहना है कि इस मामले की जानकारी अधिशाशी अभियंता , प्रबंध निदेशक : दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड , प्रबंध निदेशक : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड को पूर्व में समय – समय पर लिखित रूप से दिया गया है लेकिन इसके बावजूद बिजली के बिल में हुए फर्जीवाड़ा को जानबूझकर सही नहीं किया गया।
एक तरफ सरकार उद्योग लगाने के लिए निवेशकर्ताओं को प्रोत्साहित करती है वही दूसरी तरफ बिजली विभाग के अधिकारी व्यवसाईयों को इस तरह प्रताड़ित करके प्रदेश कि उन्नति मे बाधा बन रहे है। अब सवाल उठता है कि क्या मैसर्स पी. एस. कोल्ड स्टोरेज के गलत विद्युत बिल को सही किया जायेगा ? क्या गलत विद्युत बिल जारी करने के लिए और इसे सही न करने के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध संगत धराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीकृत कारवाई जायेगी और इनके खिलाफ़ विभागीय स्तर पर भी दंडात्मक कार्रवाई होगी ? क्या धन उगाही के लिए गलत विद्युत बिल जारी करने और फिर इसे वसूलने के लिए श्री अशोक कुमार ( निदेशक) , पी. एस. कोल्ड स्टोरेज को लगातार आतंकित – प्रताड़ित करने के चलते इनकी उचित क्षतिपूर्ति की जाय और क्या यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि वर्तमान अथवा भविष्य में इनके विरूद्ध कोई अन्य प्रतिशोधात्मक कार्रवाई नहीं होगी।
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