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संक्षेप में
उत्तर प्रदेश में अस्पतालों में इस माह तक 400 हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। इन हेल्थ एटीएम के लगने से पीएचसी-सीएचसी तथा जिला अस्पतालों में मरीजों को मधुमेह, हेपेटाइटिस, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू सहित 30 से 50 तरह की जांचों की रिपोर्ट बहुत कम समय में मिलेगी। इसके माध्यम से मरीजों का रिपोर्ट कार्ड उनके व्हाट्सएप नंबर, ई-मेल और एसएमएस से भी उपलब्ध कराने की योजना है।
विस्तार से
यूपी में अस्पतालों के रोजाना भीड़-भाड़ और लंबी कतारें देखने को मिलती हैं। इससे न केवल चिकित्सकों को परेशानी होती है, बल्कि मरीजों को भी अधिक समय और तकलीफ सहनी पड़ती है। हालांकि, उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन ने इस समस्या को हल करने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया है कि उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में अगले माह तक 400 हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। इन हेल्थ एटीएम के लगने से मरीजों को 30 से 50 तरह की जांचों की रिपोर्ट बहुत कम समय में मिल सकेगी, जिससे उनका इलाज तत्काल शुरू हो सकेगा।
इन हेल्थ एटीएम का उपयोग
ये हेल्थ एटीएम मधुमेह, हेपेटाइटिस, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू जैसी बीमारियों की जांच के लिए उपयोग किए जाएंगे। इन एटीएम मशीनों के माध्यम से मरीजों के रिपोर्ट कार्ड उनके व्हाट्सएप नंबर, ई-मेल और एसएमएस से भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे उन्हें रिपोर्ट मिलने में काफी कम समय लगेगा और उनका इलाज तत्काल शुरू हो सकेगा।
हेल्थ एटीएम की खरीद की प्रक्रिया
इन हेल्थ एटीएम की खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब इन्हें अस्पतालों में लगाने का तैयारी किया जा रहा है। संचालन के लिए कर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इससे मिलने वाले लाभ
इन हेल्थ एटीएम के लगने से मरीजों को तत्काल जांच रिपोर्ट मिल जाएगी और इस आधार पर उनका इलाज तत्काल शुरू हो सकेगा। यह मरीजों के लिए एक बड़ी सुविधा है, जिससे उन्हें अधिक समय और तकलीफ से बचाया जा सकता है। साथ ही इन एटीएम मशीनों के माध्यम से रिपोर्ट कार्ड मरीजों को उनके व्हाट्सएप नंबर, ई-मेल और एसएमएस से भी उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उन्हें रिपोर्ट मिलने में और भी आसानी होगी।
समापन
यूपी के अस्पतालों में 400 हेल्थ एटीएम लगाए जाने से मरीजों को जांच रिपोर्ट बहुत कम समय में मिलेगी और उनका इलाज तत्काल शुरू होगा। इससे उन्हें अधिक समय और तकलीफ से बचाया जा सकता है। हालांकि, इससे पहले कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि इन हेल्थ एटीएम के संचालन में कोई भी दिक्कत न हो।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- हेल्थ एटीएम में कौन-कौन सी जांचें हो सकती हैं?
इन हेल्थ एटीएम में मधुमेह, हेपेटाइटिस, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू जैसी 30 से 50 तरह की जांचें हो सकती हैं।
- क्या इन हेल्थ एटीएम से मिली रिपोर्ट कार्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा?
जी हां, मरीजों को रिपोर्ट कार्ड उनके व्हाट्सएप नंबर, ई-मेल और एसएमएस से भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
- यह हेल्थ एटीएम किस लोकेशन पर लगेंगे?
इन हेल्थ एटीएम के लगने की योजना प्रदेश के 17 जिलों के 31 सीएचसी पर रायबरेली, अयोध्या, बाराबंकी, रोहनिया, हैदरगंज, जहांगीराबाद, लखनऊ विस्तार के सेक्टर 3 में निर्माणाधीन ट्रॉमा सेंट्रर की स्थापना होगी।
- हेल्थ एटीएम के लगने से मरीजों को कैसे लाभ होगा?
हेल्थ एटीएम के लगने से मरीजों को जांच रिपोर्ट बहुत कम समय में मिलेगी और इस आधार पर उनका इलाज तत्काल शुरू होगा, जिससे उन्हें अधिक समय और तकलीफ से बचाया जा सकेगा।
- क्या हेल्थ एटीएम में काम करने वाले कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है?
जी हां, हेल्थ एटीएम के संचालन के लिए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि इनके इस्तेमाल में कोई भी दिक्कत न हो।
आखिरी शब्द
यूपी के अस्पतालों में हेल्थ एटीएम लगाने से मरीजों को जांच रिपोर्ट तत्काल मिलेगी, जिससे उन्हें इलाज का समय भी काफी कम होगा। हेल्थ एटीएम के लगने से बिना वक्त बर्बाद किए, मरीजों का इलाज शुरू हो सकेगा। यह पहल बड़ी सुविधा का साधन है, जिससे यूपी के अस्पतालों में मरीजों को मिलेगी राहत।
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