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रांची: झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की गिरफ्तारी का हाईकोर्ट को वकीलों ने विरोध किया है। सोमवार को हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की जनरल बॉडी की आपात बैठक में गिरफ्तारी की निंदा की गयी। इसमें सर्वसम्मति से तय किया गया कि जब तक राजीव कुमार को सामने नहीं लाया जाता, तब वकील हाईकोर्ट में न्यायिक कार्य नहीं करेंगे। यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
उधर अधिवक्ता राजीव कुमार के पिता ने हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस दायर अदालत से राजीव कुमार को पेश करने का आग्रह किया है। याचिका में कहा गया है कि राजीव कुमार की गिरफ्तारी गलत तरीके से की गयी है। परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस परिजनों को गिरफ्तारी का कारण भी नही बता रही है। इस बीच झारखंड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि राजीव कुमार की गिरफ्तारी से झारखंड पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है।
राजीव को बंगाल पुलिस ने कोलकाता में गिरफ्तार किया है। बता दें कि वकील राजीव कुमार को रविवार की रात कोलकाता के एक मॉल से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह खरीदारी कर रहे थे। बंगाल पुलिस ने 50 लाख की ठगी के आरोप में उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही है।
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