Live 7 TV
सनसनी नहीं, सटीक खबर

धनबाद के एक अपार्टमेंट में चल रहा था ठगी का काल सेंटर,13 युवक गिरफ्तार

- Sponsored -

धनबाद: विक्रम के कहने पर कुंदन ने उनलोगों को एक लाख 89 हजार रुपये कमाई का 20 फीसद दिया थे। उनलोगों को केवल आंध्र प्रदेश तथा तेलांगना के लोगों को फोन कर डिटेल्स लेना था। इस काम के लिए विक्रम ने उनलोगों को धनबाद बुलाया था। विक्रम का रिश्तेदार अविनाश भी उनलोगों के साथ था। यह जानकारी बेकारबांध से गिरफ्तार 13 साइबर अपराधियों ने धनबाद थाना की पुलिस को दी है। इसके बाद पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया। पुलिस ने इनके पास से बरामद 22 मोबाइल फोन तथा दो लैपटाप खंगाला। इसमें दोनों राज्यों के लोगों को ठगने की बात स्पष्ट हुई है।मामले में खेतरावत राज नायक, कतरावथ संतोष, खेतावत राजू, मुरावथ गणेश, देगावथ श्री निवासुल्लू, ई गणेश, जरपुल वेंकटेश, के ईश्वर, मुदावथ वेंकटेश, कटरावथ रावत हरिलाल, काटरावथ गणेश और रतालवत कृष्णा नायक गिरफ्तार हुए हंै। अभी तक इस काल सेंटर के सरगना विक्रम, अविनाश तथा कुंदन को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। कुंदन व विक्रम झरिया का रहनेवाला बताया जाता है। पुलिस उसके पते के सत्यापन में जुटी है।गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया है कि उनलोगों से कहा गया था कि धनबाद में कुछ काम है। अच्छे रुपये मिलेंगे। वे लोग बेरोजगार थे, लिहाजा प्रथम बार में आठ लोग एक साथ धनबाद आ गए। बेकारबांध के अपना बसेरा अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 301 में उनलोगों को ठहराया गया। चार दिनों तक विक्रम ने उनलोगों को काम का प्रशिक्षण दिया। विक्रम के द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबर पर केवल उनलोगों को फोन करना होता था तथा लोन तथा बीमा करने के लिए कहा जाता था। जो भी उनलोगों के झांसे में आ जाते थे। उसका डिटेल्स लेकर विक्रम के मोबाइल पर भेज दिया जाता था। लोन के चक्कर में फंसनेवालों का वे लोग आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज लेते थे और लोन पास हो जाने का मैसेज भेजते थे। फिर लोन की राशि उनलोगों के खाता में क्रेडिट करने से पूर्व एक माह का किस्त जमा करवाते थे। यही काम उनलोगों को सौंपा गया था।

Looks like you have blocked notifications!

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.