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रांची : राजधानी रांची के गोंडा थाने में सीएमपीडीआइ से जीएम के पद से सेवानिवृत्त आलोक कुमार व उनके बेटे अनुराग प्रसाद उर्फ अन्नु के खिलाफ एक नौकरानी ने दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। नौकरानी शादीशुदा है और धुर्वा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उसका आरोप है कि आरोपितों ने उसे हथियार का भय दिखाकर धमकाया भी है कि अगर वह किसी को इसकी शिकायत की तो उसकी हत्या करवाकर जंगल में फेंक देंगे। आरोपितों पर नौ महीने से मजदूरी भी नहीं देने का आरोप लगाया गया है। गोंडा थाने में पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अनुसंधान जारी है।
पीड़िता के अनुसार वह गरीब महिला है। उसके एक परिचित अंबुज कुमार से सीएमपीडीआइ के जीएम आलोक कुमार का परिचय था। आलोक कुमार की पत्नी का देहांत हो जाने से उनके घर में नौकरानी की जरूरत थी, जो घर का पूरा काम कर सके। अंबुज के कहने पर पीड़िता उनके यहां गत वर्ष 17 अक्टूबर 2021 से 10 हजार रुपये महीने पर घरेलू नौकरानी का काम करने लगी।
पीड़िता ने आवेदन में बताया है कि आलोक कुमार का बेटा अनुराग उर्फ अन्नू जो दिल्ली में नौकरी करता है, वह 27 अक्टूबर 2021 को अपनी पत्नी के साथ रांची आया था। उसने पांच नवंबर 2021 को अपनी पत्नी को कडरू स्थित उसके मायके पहुंचा दिया। उसी दिन शाम करीब छह बजे घर में अकेला पाकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया तथा धमकाया कि वह इसकी जानकारी किसी को न दे। सात नवंबर को अनुराग दिल्ली चला गया, तब पीड़िता ने इसकी जानकारी उसके पिता आलोक कुमार को दी तो उन्होंने फोन पर अनुराग को डांटा और पीड़िता से माफी भी मांगी।
इसके बाद जब पीड़िता अपनी मजदूरी की मांग करती तो आलोक कुमार कहते कि एक ही बार ले ले, हर माह पैसे लेगी तो खर्च हो जाएंगे। सौ-दो सौ रुपये ही खर्च के लिए देते थे। पीड़िता आगे बताती है कि 17 दिसंबर 2021 को रात में आलोक कुमार ने भी शराब के नशे में उससे दुष्कर्म किया और मना करने पर मारपीट की। इसके बाद से प्रताड़ना शुरू हो गई। जब भी आलोक कुमार बाहर जाते, उसे घर में बंद कर देते थे।
पीड़िता के अनुसार सीएम आलोक कुमार 31 अक्टूबर को सीएमपीडीआइ के जीएम के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद उन्होंने 21 फरवरी 2022 को चंदवा पावर प्लांट में जीएम के पद पर काम करना शुरू कर दिए। वहां भी उन्हें आवास मिला है, जहां वे पीड़िता को साथ ले जाते थे और वहां भी उससे दुष्कर्म करते थे।पीड़िता ने बताया कि चंदवा से जीएम आलोक कुमार उसे 16 जुलाई को कांके रोड स्थित आवास में लाए थे। 20 जुलाई को मौका पाकर वह भागकर धुर्वा गई और इसकी जानकारी अंबुज कुमार को दी। इसके बाद गोंडा थाने पहुंची और आलोक कुमार व उनके बेटे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। उसने बताया कि नौ महीने बाद भी उसे मजदूरी नहीं मिली है।
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