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भुवनेश्वर : ओडिशा सरकार ने महानदी नदी के ऊपरी और निचली घाटियों पर भारी बारिश के कारण बाढ़ की आशंका जताई है।
राज्य जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता विजय मिश्रा ने कहा कि कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारियों को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेज दिया गया है और नदी तटबंधों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हीराकुंड बांध के 28 स्लुइस गेट खोले गए हैं और और भी गेट खुलने की संभावना है क्योंकि मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। भारी बारिश के कारण राज्य के निचले इलाकों में शहरी बाढ़ और जलजमाव की भी आशंका है।
श्री मिश्रा ने कहा कि अगर और फाटक खोले जाते हैं तो अगले 15 अगस्त की सुबह निचले इलाकों में बाढ़ आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और गेट खोलने का दबाव बना रही है लेकिन गेट छत्तीसगढ़ सरकार के दबाव में नहीं बल्कि जमीनी हालात को देखते हुए खोले जाएंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैतरणी और जलाका को छोड़कर, राज्य की अन्य सभी नदियां 1500 बजे उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही हैं।
अखुआपाड़ा में बैतरणी जहां खतरे के स्तर 17.83 मीटर के मुकाबले 18.08 फीट पर बह रही है, वहीं जलाका नदी महतानी में 5.5 मीटर के खतरे के स्तर के मुकाबले 6.30 मीटर पर बह रही है और दोनों नदियां का जलस्तर और ऊपर ही उठ रहा है।
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