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रोजी-रोजगार के लिए बाहर काम करने जाने से पहले रजिस्टर्ड कराना न भूलें: इंद्रदेव 

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एक दिवसीय परामर्श कार्याशाला का हुआ आयोजन

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कयूम खान
लोहरदगा: नीड्स संस्था  द्वारा स्वाभिमान परियोजना के अंतर्गत प्रवासी तथा असंगठित मजदूरों यथा स्थिति की अध्ययन को ले एक दिवसीय परामर्श कार्याशाला का आयोजन भंडरा प्रखंड के पंचायती राज्य संस्था के सदस्यों, प्रखंड में कार्यरत विभन्न सिविल सोसाइटी के प्रतनिधि तथा प्रवासी मजदूरों की उपस्थति में भंडार पंचायत भवन के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य अथिति इन्द्रदेव उरांव, मुखिया भंडार पंचायत और  प्रभा जी, ब्लॉक कोडिनेटर जल व स्वछता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अथिति इन्द्रदेव उरांव ने कहा की पिछले साल जब लॉकडाउन हुआ था, तब हजारो प्रवासी मजदूर दुसरे राज्यों में फंसे हुए थे। जिसका कोई डाटा सरकार के पास उपलब्ध नहीं था और आज भी लोग रोजी-रोजगार के लिए बाहर काम करने जा रहे है पर रिकॉर्ड नहीं रहता है। जिसके लिए अब पहल संस्था द्वारा किया जा रहा है जिसका हमलोग स्वागत करते है। कार्यक्रम में वार्ड सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया और गणमान्य लोगों से उम्मीद करता हू कि सभी अपने अपने क्षेत्र के प्रवासी  तथा असंगठित मजदूरों की रजिस्ट्रेशन कराकर ही बाहर काम करने जाने देने का प्रयास करें। लोक जागृति केन्द्र के सचिव इमाम अन्सारी ने बताया कि मार्च 2020 से अक्टूबर 2021 तक कुल 9.66 लाख प्रवासी तथा असंगठित मजदूरों झारखण्ड वापस लौटे है  यहाँ से रोजगार के लिए कोलकत्ता, चेनई, मुंबई, दिल्ली, पंजाब, केरल व अन्य जगहों पर जाते है जिसका कोई रिकॉर्ड श्रम विभाग के पास नहीं होता है। कइयों के साथ अन्याय होता है जिसका पता भी नहीं चल पाता है। जब सोशल मीडिया पर न्यूज़ आती है तभी इसकी जानकारी होती है। इसलिए रजिस्ट्रेशन बेहद आवश्यक है। हम सबको मिल जुलकर साथ देना है। कार्यशाला में लोगों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि झारखण्ड के लोग किस किस क्षेत्र में कितने प्रतिशत प्रवासी  तथा असंगठित मजदूरों बाहर जाकर कार्य मे लगे हुए हैं जैसे गृह निर्माण कार्य में 42 प्रतिशत, कपडा उद्योग में 13 प्रतिशत, इंडस्ट्रीज में 21 प्रतिशत, घरेलु कार्य में 13 प्रतिशत, सिक्यूरिटी गार्ड, हेल्पर में 6 प्रतिशत और सेल्फ रोजगार जैसे स्ट्रीट वेंडर, रिक्शा व ऑटो चालक में 5 प्रतिशत लोग कार्य में लगे हुवे है। परामर्श कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रवासी  तथा असंगठित मजदूरों की सामाजिक, आर्थिक तथा रोजगार की वर्तमान यथा स्थिति को समझाना तथा उसके निराकरण पर नीड्स संस्था द्वारा  प्रायोजित स्वाभिमान परियोजना के कार्यशाला मे अपना विचार साझा करना था। नीड्स के कोऑर्डिनेटर ओम प्रकाश ने कार्यशाला का संचालन किया।
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