Live 7 Bharat
जनता की आवाज

चाईबासा सावन की पहली सोमवारी पर शिव मंदिरों से वालों में भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक के लिए उमरी श्रद्धालुओं की भीड़

- Sponsored -

 कोल्हान का बाबा धाम माने जाने वाले महादेव साल में भी श्रद्धालुओं का लगा तांता
 हर हर महादेव ओम नमः शिवाय से गुंजायमान होता रहा परिसर, केसरिया भगवा रंग से पटा 

- Sponsored -

चाईबासा : सावन मास के पहली सोमवारी पर सभी शिव मंदिरों एवं शिवालयों में श्रद्धालुओं का भगवान भोलेनाथ के पूजा अर्चना एवं जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही सभी मंदिरों एवं शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। लोग कतार वध होकर भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना करते रहे। पश्चिमी सिंहभूम जिले में धूमधाम के साथ सावन की पहली सोमवारी मनाई गई। जिला मुख्यालय चाईबासा सहित जिले भर में सभी शिवालयों, शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ भाड़ रही। जिले का प्रसिद्ध नोआमुंडी स्थित मुर्गा महादेव, झींकपानी स्थित हकुईयम मंदिर, चाईबासा का डोंकासाई, सिद्धेश्वर मंदिर  में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी केसरिया रंग में सराबोर पूरा परिसर बोल बम ओम नमः शिवाय के जयकारे से गूंज रहा था।
 दो साल बाद महादेवशाल धाम में हर-हर महादेव के नारों से गूंज उठा मंदिर परिसर. सोमवार को महादेवशाल मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। झारखंड के दूसरे बाबा धाम के रूप में मशहूर कोल्हान के महादेवशाल धाम में भक्तों की भारी भीड़ रविवार रात से उमड़ पड़ी। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति भी सोमवार की सुबह 3 बजे से ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का दरवाजा खोल दिया। मंदिर का द्वार खुलते ही हर-हर महादेव, भोलेनाथ की जय-जयकार से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।मंदिर के द्वार खुलते ही सैकड़ों श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गयी. इसके बाद बारी-बारी से महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना शुरू की. कोरोना काल के दो साल बाद भक्तों की भारी भीड़ को महादेवशाल धाम में पूजा-अर्चना करने का मौका मिला. इसलिए भक्त पूरे भक्तिभाव से भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने में जुटे रहे। इस दौरान लोगों ने पूजा-अर्चना कर मेले में जमकर खरीदारी की। पहले की तरह मंदिर परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था का भी इंतजाम किया गया था. साथ ही मंदिर परिसर में गोइलकेरा स्वस्थ्य विभाग की टीम भी मौजूद थी। वहीं रेलवे द्वारा भी महादेवशाल मंदिर में कर्मचारी के तौर पर आरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया था कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का कष्ट ना हो। सावन की पहली सोमवारी पर मानव शहर की सभी सड़कें शिव मंदिरों शिवालय की ओर मुड़ गई थी।
Looks like you have blocked notifications!

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.

Breaking News: