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होटवार जेल के वार्ड नंबर-आठ में हुई घटना ने दिलों में दर्द छोड़ दिया है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे एक युवक ने अपनी ज़िंदगी की राह में आत्महत्या की कोशिश की और उसकी खास कहानी क्या है।
घटना का संक्षेप
मंगलवार की रात, होटवार जेल में बंद विचाराधीन बंदी रहमतुल्ला अंसारी, जिन्हें रानी और रहमतुल्लाह अंसारी के नाम से भी जाना जाता है, ने टिन के पत्तर से अपना गला काटकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस घातक प्रयास से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी अन्य जेल बंदियों ने जेल प्रशासन को दी, और उन्हें तुरंत चिकित्सा की जरूरत थी।
रहमतुल्ला अंसारी की मौत
लेकिन देर रात 11 बजे, इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई। वे हुसीर गांव के निवासी थे और उन पर वाहन चोरी का आरोप था, जिसके चलते वे जेल में थे। गोंदा थाना में उन पर 2022 में वाहन चोरी के मामले में केस दर्ज था, और उन्हें जेल भेज दिया गया था। उनके खिलाफ बरियातू थाना में भी 2020 में केस दर्ज है।
प्रिजन में परिवार से मिलाने का प्रयास
जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को रहमतुल्ला अंसारी के परिजन उनसे मिलने आए थे। उनसे वह पैसे की मांग कर रहे थे और जल्द ही जमानत कराने की बात बोल रहे थे। जमानत नहीं होने पर, उन्होंने तनाव में रहना शुरू किया था।
सीसीटीवी फुटेज और जेल कैदियों की बयान
इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है, और जेल के नौ कैदियों ने इसके संबंध में बयान दिया है। सभी कैदियों ने कहा कि रहमतुल्ला अंसारी अचानक टिन के पत्तर लेकर आये और अपने गले को धारदार चाकू की तरह रेत दिया। वार्ड में ही काफी खून बह गया था, और उसकी खत्मी की कोशिश की गई।
पिछली कोशिशें
इससे पहले भी, बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में एक कैदी ने आत्महत्या की कोशिश की थी। उसने खुद को रेत से चोट पहुंचाई थी, लेकिन उसकी जान बचा ली गई थी।
इस दुखद घटना से हम यह सिखते हैं कि जेल के बंदियों की मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना और उनके साथ संवाद करना कितना महत्वपूर्ण है। उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
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