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जेई कैलाश राम के बाद एसडीओ मांगीलाल भी निलंबित
प्रथम दृष्टया जांच में 17 करोड़ के घोटाले के मिले साक्ष्य ,
30 करोड़ का घोटाला की बात आई सामने कई अभियंताओं पर गिर सकती है गाज, ठेकेदार की फसी गर्दन
मंत्री के आदेश के बाद भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई शुरू विभाग और ठेकेदारों में मचा हड़कंप
ठेकेदार पर भी एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू, पूर्व में घपले घोटाले का आरोपी
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विभाग द्वारा ब्लैक लिस्टेड और डीवार कर दिए गए ठेकेदार को करोड़ों की यह योजना कैसे मिली?
चाईबासा : पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल चाईबासा के तांतनगर जलापूर्ति योजना में करोड़ों का घोटाला हुआ है। भारी पैमाने पर वित्तीय अनियमितता बरती गई है। काम करने वाली एजेंसी को अधिक भुगतान किया गया है।इस योजना से संबंधित चाईबासा प्रमंडल के जेई कैलाश राम के बाद 17 अगस्त को एसडीओ मंगीलाल गिलुवा को निलंबित कर दिया गया है ।
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इस संबंध में पेयजल विभाग ने अधिसूचना जारी कर दिया है। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के सख्त निर्देश के बाद भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है मंत्री के कड़े तेवर और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ से भ्रष्ट अभियंताओं और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। कुछ दिनों पूर्व अपने चाईबासा जिले के दौरे पर पहुंचे मंत्री नेता नगर जलापूर्ति योजना का निरीक्षण किया था और भारी पैमाने पर गड़बड़ी सरकारी राशि की लूट घोटाला करने वाले अभियंताओं और ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही थी।
तांतनगर जलापूर्ति योजना में बरती गई अनियमितता का मामला संज्ञान में आने के बाद सीडीओ के मुख्य अभियंता की अध्यक्षता में जांच टीम बनी। टीम ने तांतनगर जलापूर्ति योजना की विस्तृत जांच में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता पाई।चाईबासा प्रमंडल के एसडीओ मंगीलाल गिलुआ से स्पष्टीकरण पूछा था। गिलुआ ने अपना स्पष्टीकरण विभाग को सौंपा। जिसकी समीक्षा जांच टीम के सदस्यों ने किया।
जांच टीम ने पाया कि जलापूर्ति योजना में नियमानुसार मापी नहीं हुई है। कोडल प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है।बिना इनवायस के ही त्रुटिपूर्ण एवं गलत विपत्र बनाया गया है।गलत विपत्र के आधार पर बिना पाईप के आपूर्ति के संवेदक को अनियमित भुगतान किया गया गया है। कंनसाइनिंग इंड पर पाईप के परिक्षण के पूर्व ही मापी एवं भुगतान कार्य में सहयोग किया गया है. जांच टीम ने प्रथम दृष्टया वित्त सहिता के नियम 256 सहित कई नियमों की अनदेखी कर एजेंसी का फायदा पहुंचाने का मामला पाया।टीम की अनुशंसा के बाद सरकार के संयुक्त सचिव पशुपति नाथ मिश्र ने एसडीओ के संस्पेशन से संबंधित अधिसूचना जारी किया
सस्पेंशन की अवधि में एसडीओ का पेयजल एवं स्वच्छता अंचल, हजारीबाग बताया गया है जहां जेई अपना योगदान देंगे।
इस मामलें में चाईबासा के पूर्व कार्यपालक अभियंता प्रभु दयाल मंडल, वर्तमान कार्यपालक अभियंता सहित कई इंजीनियरों पर गांज गिर सकती है। इस योजना में काम करने वाली ठेकेदार की गर्दन बुरी तरह फंस चुकी है। विभाग ने ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं साथ ही अवैध रूप से निकाली गई राशि को वसूली करने का निर्देश दिया है। विभाग यह अलग से जांच कर रहा है कि पूर्व में घपले घोटाले का आरोपी विभाग द्वारा ब्लैक लिस्टेड और डीवार कर दिए गए ठेकेदार को करोड़ों की यह योजना कैसे मिली। अखिलेश ठेकेदार को योजना दिलाने में किस-किस लोगों और अभियंताओं की सांठगांठ रहे संरक्षण मिला उस पर भी कार्रवाई करने और नए सिरे से जांच कर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।
तांतनगर जलापूर्ति योजना, चाईबासा में घोटाला हुआ है।
इंजीनियरों ने काम करने वाली एजेंसी को बिना सप्लाई के ही करोड़ों का भुगतान कर दिया है। अब तक 17 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं।इस योजना में 30 करोड़ की फर्जी निकासी की शिकायत मिली थी। इसके बाद सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया। इसके लिए पांच इंजीनियरों की टीम बनायी गयी थी।जांच टीम में सेंट्रल डिजाइन आगेर्नाइजेशन के मुख्य अभियंता रघुनंदन शर्मा, संयुक्त सचिव पशुपति नाथ मिश्रा, मुख्य अभियंता, रांची प्रक्षेत्र प्रदीप कुमार चौधरी, पीएमयू निदेशक सुधाकांत झा और अधीक्षण अभियंता प्रभात कुमार सिंह को जांच टीम में शामिल किया गया था।
बता दें कि यह चर्चित ठेकेदार पश्चिमी सिंहभूम जिले और पीएचइडी विभाग में करोड़ों- अरबों के घोटाले का मास्टरमाइंड किंगपिन है। अभियंता ठेकेदार गठजोड़ से करोड़ों अरबों की जलापूर्ति ,शौचालय निर्माण, चापाकल लगाने मरमति आदि के नाम पर विगत 10 वर्षों से करोड़ों के घोटाले कर अकूत संपत्ति अर्जित की है। जबकि 10 वर्ष पूर्व भाड़े पर मारुति वैन गाड़ी चलाता था। इसी से घोटाले का अंदाजा लगाया जा सकता है। वर्तमान में 30 करोड़ और एक बैंक से 16 करोड़ घोटाले का आरोपी है।
पूर्व में निलंबित जेई कैलाश राम ही चाईबासा पीएचईडी में चर्चित लुटेरा गिरोह का सरगना था। इसी निलंबित जेई कैलाश राम के साथ चर्चित लुटेरा ठेकेदार पूर्व के कार्यपालक अभियंता हरेंद्र मिश्रा और सुनील कुमार सहित अब तक के अभियंताओं के साथ मिलकर करोड़ों -अरबों का घोटाला कर चुका है।
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