विधान सभा का फार्मूला लोकसभा चुनाव में भी अपनाएगी बीजेपी, कई सांसदों की फूली सांस !
बीजेपी का मिशन 2024 :लोकसभा चुनाव में भी कई सांसदों के कटेंगे टिकट ,विधायक लड़ेंगे चुनाव
- Sponsored -
अखिलेश अखिल
- Sponsored -
बीजेपी जिस फार्मूला पर काम कर रही है उसके मुताबिक विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव में भी कई सांसदों की जगह विधायकों को मैदान में उतार सकती है। पार्टी की तरफ से जो संकेत मिल रहे हैं उससे साफ़ जाहिर है कि जिस तरह से विधान सभा चुनाव में कई विधायकों की जगह सांसदों को मैदान में उतारा जा रहा है ठीक उसी तरह से कई सांसदों की जगह विधायकों को मैदान में उतारने की रणनीति पर बीजेपी काम कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ बीजेपी करीब चार से पांच दर्जन ऐसे सांसदों को का टिकट काट सकती है जिनका जनता के बीच परफॉर्मेंस काफी खराब है और जिनकी उम्र ज्यादा हो गई है।
- Sponsored -
वैसे पार्टी के भीतर इस बात की भी चर्चा चल रही है कि किसी भी सांसद को हालांकि नाराज नहीं किया जाएगा लेकिन जो चुनाव नहीं जीत सकते उन्हें जबरन मैदान में भी नहीं उतारा जायेगा। पार्टी के भीतर इस बात पर सहमति बन गई है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ बनी एंटी इंकम्बेंसी को रोकने के लिए उम्मीदवार का बदलाव जरुरी है और ऐसे में कोई बड़ा से बड़ा नेता भी चुनावी मैदान से बाहर हो सकता है। पार्टी का स्पष्ट मानना है कि चाहे जो भी हमें जीत की जरूरत है और फिर इसके लिए सांसदों की जगह विधायकों और नए उम्मीदवारों को ही क्यों नहीं मैदान में लाना पड़े।
यह बीजेपी का एक अलग समझ है। अब तक बीजेपी ने पांच राज्यों के चुनाव को लेकर करीब डेढ़ दर्जन सांसदों को मैदान में उतारा है। हालांकि इन सांसदों में से अधिकतर सांसद विधान सभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं लेकिन वे जबरन चुनाव में जाने की बात कर रहे हैं। कई सांसदों ने तो यहाँ तक कह दिया है कि अगर पार्टी की यही इच्छा है तो तो वे तैयार है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि अगर ये सांसद विधान सभा चुनाव में भी हार जाते हैं तब क्या होगा ? जानकार यह कह रहे हैं कि यह सब बीजेपी की आंतरिक राजनीति है। जिन सांसदों को मैदान में उतारा जा रहा है अगर वे चुनाव हार जाते हैं तो उनकी राजनीति अब यही ख़त्म हो जाएगी। उन्हें या तो संगठन में रखा जा सकता है या फिर घर बैठने को कहा जा सकता है। और अगर इन सांसदों में से कुछ विधान सभा चुनाव में जीत हासिल करते हैं तो उनकी राजनीति आगे पांच साल तक चल सकती है। वे सीएम के उम्मीदवार भी हो सकते हैं।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिन सांसदों को विधान सभा चुनाव में उतारा जा रहा है उन्हें चुनाव जीतने के बाद भी अब लोकसभा चुनाव में नहीं उतारा जायेगा। उनकी जीत से वे पांच साल आगे राजनीति कर सकते हैं और उनकी हार होते ही उनकी राजनीति को ब्लॉक कर दिया जायेगा।
ठीक यही फार्मूला लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी लागू करने को तैयार है। कहा जा रहा है कि जिन विधायकों का परफॉर्मेंस बेहतर है उनमे से कुछ को लोकसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। इसके साथ ही बीजेपी बड़े स्तर पर नए चेहरों को मैदान में उतारने की तैयारी में है।
खबर के मुताबिक अभी तक बीजेपी उन सीटों का अध्ययन कर रही है जहाँ पिछली बार उसकी जीत तो हुई थी लेकिन अबतक जनता के बीच उस सांसद की पकड़ मजबूत नहीं हो पायी है या फिर जनता के बीच उसकी छवि ख़राब है। जानकारी के मुताबिक बिहार से करीब 8 सांसदों के टिकट काटे जा सकते हैं। मध्यप्रदेश से भी एक दर्जन सांसदों के टिकट काट जायेंगे और सबसे ज्यादा यूपी से टिकट काटे जायेंगे।
- Sponsored -
Comments are closed.