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संसद के मानसून सत्र से पहले सांसदों से बोले पीएम नरेंद्र मोदी-वाद विवाद हो, आलोचना भी हो

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नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आगाज हो चुका है। इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से खुले मन से चर्चा करने की अपील की है। मानसून सत्र सोमवार से शुरू होकर 12 अगस्त तक जारी रहेगा। इस दौरान संसद में चर्चाओं के 18 दौर होंगे। खास बात है कि आज ही राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी मतदान का दौरा जारी है। नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। जबकि, विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा मैदान में हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह कालखंड एक प्रकार से बहुत महत्‍वपूर्ण है। यह आजादी के अमृत महोत्‍सव का कालखंड है। 15 अगस्‍त का विशेष महत्‍व है और आने वाले 25 साल के लिए देश जब शताब्‍दी मनाएगा तो हमारी 25 साल की यात्रा कैसी रहे, हम कितनी तेज गति से चलें, कितनी नई ऊंचाईयों को पार करें। इसके संकल्‍प लेने का एक कालखंड है और उन संकल्‍पों के प्रति समर्पित हो करके देश को दिशा देना, सदन देश का नेतृत्‍व करें, सदन के सभी मान्‍य सदस्‍य राष्‍ट्र में नई ऊर्जा भरने के लिए निमित्‍त बने। उस अर्थ में यह सत्र भी बहुत महत्‍वपूर्ण है।’

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इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा, ‘यह सत्र इसलिए भी महत्‍वपूर्ण है कि इसी समय राष्‍ट्रपति पद और उपराष्‍ट्रपति पद के चुनाव हो रहे हैं। आज मतदान भी हो रहा है। और इसी कालखंड में देश को नये राष्‍ट्रपति, नये उपराष्‍ट्रपति, उनका मार्गदर्शन प्रारंभ होगा।’

पीएम मोदी ने सांसदों से बेहतर चर्चा की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा सदन को संवाद का एक सक्षम माध्‍यम मानते हैं, तीर्थक्षेत्र मानते हैं। जहां खुले मन से संवाद हो, जरूरत पड़े तो वाद-विवाद हो, आलोचना भी हो, बहुत उत्‍तम प्रकार का एनालिसिस करके चीजों का बारीकियों से विश्‍लेषण हो। ताकि नीति और निर्णयों में बहुत ही सकारात्‍मक योगदान हो सके। मैं सभी आदरणीय सांसदों से यही आग्रह करूंगा कि गहन चिंतन, गहन चर्चा, उत्‍तम चर्चा और सदन को हम जितना ज्‍यादा प्रोडक्टिव बना सके, सदन को जितना ज्‍यादा फ्रूटफुल बना सकें।’
उन्होंने कहा, ‘सबका सहयोग हो और सबके प्रयास से ही लोकतंत्र चलता है। सबके प्रयास से ही सदन चलता है। सबके प्रयास से ही सदन उत्‍तम निर्णय करता है। और इसलिए सदन की गरिमा बढ़ाने क लिए भी हम सब अपने कर्तव्‍यों का निर्वाह करते हुए इस सत्र का राष्‍ट्रहित में सर्वाधिक उपयोग करे और हर पल याद रखें कि आजादी के लिए जिन्‍होंने अपनी जवानी खपा दी, अपना जीवन खपा दिया, जिंदगी जेलों में काटी, कितनी शहादत स्‍वीकार की। उनके सपनों को ध्‍यान में रखते हुए, और जब 15 अगस्‍त सामने है तब सदन का सर्वाधिक सकारात्‍मक उपयोग हो।’
मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दल चीजों की बढ़ती कीमतें, अग्निपथ योजना और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठा सकता है। भाषा के अनुसार, सरकार ने संसद का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को कहा कि विभिन्न विभागों ने इस सत्र के दौरान 32 विधेयकों को दोनों सदनों में पेश करने के संकेत दिये हैं, जिनमें से 14 विधेयक तैयार हैं। सरकार ने यह भी कहा कि वह इन सभी विधेयकों पर लोकतांत्रिक तरीके से चर्चा चाहती है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने यहां सर्वदलीय बैठक के बाद यह भी कहा कि इन विधेयकों में से कुछ पर संसद की स्थायी समितियों द्वारा पहले ही चर्चा की जा चुकी है।

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