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तीन दिनों के आंदोलन के चलते सरकार व कोल कंपनी को लगभग 9 करोड़ रूपये का हुआ नुकसान
रामप्रसाद सिन्हा
पाकुड़: जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के पचुवाड़ा नाॅर्थ कोल ब्लाॅक से विस्थापित विशनपुर गांव के ग्रामीणो द्वारा मुआवजा सहित अन्य सुविधाए मुहैया कराने की मांग को लेकर 72 घंटे से बंद कोयला की खुदाई व ढुलाई का काम बुधवार को देर शाम शुरू हो गया। विशनपुर मैदान में बुधवार को कोल परियोजना से प्रभावित व विस्थापित आधा दर्जन गांवो के ग्रामीणो और ग्राम प्रधानो की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता गुड़ित चुड़का मुर्मू ने किया। बैठक में विशनपुर गांव के विस्थापितो की समस्याओ के साथ ही बंद कोयला खदान से हो रहे कठिनाईयो पर विस्तार से चर्चा की गयी और निर्णय लिया गया कि झारखंड मानवाधिकार जनजागृति कल्याण परिषद द्वारा कोयला खदान क्षेत्र में गाड़ा गया चुड़का को हटाया जायेगा और कोयला उत्खनन और परिवहन पूर्व की तरह चालु किये जायेंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विशनपुर के विस्थापितो की मुआवजा सहित अन्य समस्याओ के निदान को लेकर आगामी 23 जनवरी को कोल कंपनी के साथ बैठक की जायेगी और यदि इनकी समस्याओ का निदान नही निकाला गया तो ग्रामीणो के साथ मिलकर दुबारा कोल कंपनियो की गतिविधियो को बंद कराया जायेगा। गुड़ित की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सिंगदेहरी, धमनीचुंआ, तालझारी, चिलगो, पचुवाड़ा, लिट्टीपाड़ा के ग्राम प्रधानों एवं ग्रामीणो की सहमती के बाद पचुवाड़ा नाॅर्थ कोल ब्लाॅक में आंदोलनकारियो द्वारा गाड़े गये चोड़का को हटाया गया और कोयला उत्खनन एवं परिवहन का काम चालु कराया गया।
कोयला उत्खनन और परिवहन को चालु कराने में रंजन मरांडी, सुरेश मुर्मू, प्रधान मुर्मू, नाजीर सोरेन, प्रेम मिर्धा, ग्राम प्रधान मांझी टुडू, सीताराम पहाड़िया, बेटका हांसदा, शिव बेसरा, बाबुलाल टुडू, सुनील हेम्ब्रम आदि ने सक्रिय भुमिका निभाया। बुधवार को जिस वक्त ग्रामप्रधानों और ग्रामीणो की बैठक हो रही थी उसके आसपास सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किये गये है। एसडीओ पंकज कुमार साव, एसडीपीओ नवनीत एंथोनी हेम्ब्रम, अजीत कुमार विमल, बीडीओ कुमार दिवेश द्विवेदी, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी मनोज कुमार, पुलिस पदाधिकारी दिनेश प्रसाद चैरसिया, संतोष कुमार, अमरजीत पांडेय सहित सैकड़ो की संख्या में पुलिस के जवान, बीजीआर कंपनी के अधिकारी आदि मौजूद थे।
हालांकि बैठक में विशनपुर गांव के ग्रामीणो ने हिस्सा नही लिया। बीजीआर कंपनी के जनसम्पर्क पदाधिकारी संजय बेसरा ने बताया कि कोल प्रभावित गांव के आधा दर्जन से अधिक ग्रामप्रधानो एवं ग्रामीणो की बैठक हुई। जिसमें कोयला उत्खनन और परिवहन चालु करने का निर्णय लिया गया। श्री बेसरा ने बताया कि बुधवार को शाम पांच बजे के बाद से कोयला उत्खनन और परिवहन चालु हो गया है। बीते तीन दिनों से कोयला की ढुलाई और खुदाई बंद रहने के कारण कोल कंपनी सहित सरकार को लगभग 9 करोड़ रूपये का घाटा उठाना पड़ा है।
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