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मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में खेती इन दिनों गहरे संकट से गुजर रही है., नीलगाय से लगातार नुकसान का खतरा बना हुआ है. किसान दिन रात फसल की कड़ी निगरानी कर रहे हैं. मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में अफीम की खेती बड़ी मात्रा में होती है. यहां पर केंद्र सरकार का नारकोटिक्स विभाग किसानों को अफीम की खेती करने के लाइसेंस देती है. किसान एक निश्चित रकबे में अफीम की फसल की बुवाई करता है और फसल की खास देखरेख, खाद बीज और पानी देने के बाद तैयार हो जाती है अफीम की फसल
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वन विभाग ने नीलगाय को पकड़ने के लिए पहले बोमा पद्धति अपनाई थी. लेकिन यह भी सफल नहीं रही. लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी लगातार नीलगाय का आतंक क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है. विभाग के पास अभी नीलगाय को पकड़ने की कोई योजना नहीं है.इसी संकट को देखते हुए पर्यावरण प्रेमी और केंद्रीय पर्यावरण विभाग के सदस्य विनय जांगिड़ शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खत लिखा सीएम ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए 15 दिनों के भीतर कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं
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