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झारखंड का प्रतिनिधित्व कर रहे डॉ लंबोदर महतो ने भी रखे विचार
रांची : कनाडा के हैलीफैक्स में चल रहे 65वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में दुनिया भर में बढ़ती गरीबी, भूखमरी, खाद्य असुरक्षा एवं वैश्विक जलवायु परिवर्तन पर चिंता जाहिर की गई है। साथ ही सतत विकास लक्ष्य हासिल करने पर जोर दिया गया है। इस सम्मेलन में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर रहे आजसू विधायक डॉ लंबोदर महतो ने भी अपने विचार रखे । सम्मेलन का उद्घाटन कनाडा के गवर्नर जनरल मेरी साइमन ने किया। इस क्रम में उन्होंने सम्मेलन के उद्देश्यों और इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कहा कि यह सम्मेलन संसदीय व्यवस्था के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। सम्मेलन में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के अध्यक्ष एंथोनी रोटा, संघ के महासचिव स्टीफन ट्विग, चीफ आॅफ प्रोटोकॉल आॅफ द पार्लियामेंट आफ कनाडा नैंसी एंकतील व कैथ बैन ने भी अपने विचार रखे। सम्मेलन में भाग ले रहे लोक सभाध्यक्ष ओम बिरला भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। सम्मेलन में जहां देश के विभिन्न राज्यों के विधानसभाध्यक्ष व सांसद भाग ले रहे हैं, वहीं दुनिया भर के संसदीय व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं। 20 अगस्त से चल रहे इस सम्मेलन का समापन 26 अगस्त को होगा। सम्मेलन में एक्सक्लूसिव ,एक्सेसिबल, अकाउंटेबल एंड स्ट्रांग पार्लियामेंट, द कॉर्नर स्टोन आॅफ डेमोक्रेसी एंड एसेंशियल फॉर डेवलपमेंट विषय पर अलग-अलग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। डॉ लंबोदर महतो ने सम्मेलन में भाग लेते हुए अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि हमें यहां कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हो रहा है। अपने अनुभव को झारखंड आकर विधानसभा अध्यक्ष के साथ साझा करूंगा। बता दें कि इस सम्मेलन में विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो व विधायक निरल पूर्ति को भी शामिल होना था , लेकिन किसी कारण से वहां नहीं जा सके।
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