- Sponsored -
कत्ल-ए-हुसैन अस्ल में मरगे यजीद है”
“इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद”
धनबाद। शुक्रवार को पूरे कोयलांचल में सादगी और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मुहर्रम शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। इमामबाड़ों और अखाड़ों में गुरुवार की पूरी रात पारंपरिक हथियारों के साथ अखडियन एक से बढ़कर एक करतब दिखाते रहे। वहीं शुक्रवार को जिले के सभी कर्बला में जाकर लोगों ने फातिहा पढा और पहलाम किया। इसी के साथ पिछले 4 दिनों से जिले के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में चले आ रहे चकाचौंध का दौर भी समाप्त हो गया। कर्बला में सपरिवार शहीद हुए इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाने वाला इस त्योहार के दौरान राज्य सरकार द्वारा कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए जारी निर्देशानुसार पूरे जिले में कहीं भी मुहर्रम का अखाड़ा कहीं भी नहीं निकाला गया। धनबाद के वासेपुर, शमशेर नगर, कबाड़ी मुहल्ला, रहमतगंज, टिकियापाड़ा, हीरापुर स्थित भिस्तीपाड़ा, भूली इत्यादि मुस्लिम क्षेत्रों में कोरोना नियमो का पालन करते हुए लोग इमामबाड़ों पर जुटे गुरुवार की पूरी रात ढोल तासे बजाते रहे। वहीं झरीया के हुसैनाबाद, चौथाई कुल्हि, थाना मोड़, डायमंड क्लब, नीचे कुल्हि, उपरकुल्हि ईदगाह, ऊपर कुल्हि, शमशेर नगर, शाह नगर, कोयरिबान्ध, शिमलाबहाल, ईस्ट भगतडीह, एना कोठी, इंडस्ट्री कोलियरी, हुसैन नगर, भागा इत्यादि क्षेत्रों में भी पूरी रात अखाड़ीयन अपने अपने इमामबाड़ों में एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज खेलों का नुमाइश करते रहे। शुक्रवार की शाम होते ही सभी कर्बला की जानिब कूच कर गए। कमोवेश यही हाल जिले के कतरास, बाघमारा, तोंपचाची, राजगंज, बरवाअड्डा, सिंदरी, लोयाबाद, बालियापुर, गोविंदपुर, निरसा, चिरकुंडा, एग्यारकुंड इत्यादि जगहों का रहा। सभी जगह शुक्रवार की देर शाम तक कर्बला पहुंच फातिहा पढ़ते रहे।
- Sponsored -
- Sponsored -
Comments are closed.