देश आज आजादी की 77वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस मौके पर एक अच्छी खबर आई है। साल 2047 में जब देश अपनी आजादी की 100 वर्षगांठ मना रहा होगा तो भारत की प्रति व्यक्ति आय आज के मुकाबले 7.5 गुना बढ़ जाएगी। एसबीआई रिसर्च (SBI Research) के इकनॉमिस्ट्स की एक स्टडी के मुताबिक तब देश में सालाना प्रति व्यक्ति आय 14.9 लाख रुपये यानी 12,400 डॉलर पहुंच जाएगी। फाइनेंशियल ईयर 2023 में यह दो लाख रुपये यानी 2,500 डॉलर थी। सरकार ने 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज लाल किले के प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाना केवल सपना नहीं है बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प है।एसबीआई की स्टडी में दावा किया गया है कि 2047 में टैक्स फाइल करने वालों की औसत इनकम 49.9 लाख रुपये पहुंच जाएगी जो पिछले फाइनेंशियल ईयर 2022 में 13 लाख रुपये थी। इसके साथ ही भारत लोअर इनकम ग्रुप से अपर-इनकम ग्रुप इकॉनमी बन जाएगा। इसमें कहा गया है कि जीएसटी और उद्यम पोर्टल से इनकम टैक्स रिटर्न की संख्या बढ़ी है। फाइनेंशियल ईयर 2023 में आईटीआर भरने वालों की संख्या बढ़कर 8.5 करोड़ हो गई जो फाइनेंशियल ईयर 2013 में 21 लाख थी। फाइनेंशियल ईयर 2047 तक देश में टैक्सपेयर्स की संख्या 48.2 करोड़ पहुंचने का अनुमान है।
जीरो टैक्स रिटर्न
स्टडी में कहा गया है कि 2047 तक जीरो टैक्स रिटर्न भरने वाले लोगों की संख्या में 25 परसेंट की कमी आएगी। फाइनेंशियल ईयर 2011 से 2022 तक 13.6% लोग पांच लाख रुपये से अधिक इनकम ग्रुप में शामिल हुए हैं। इनमें 8.1 परसेंट पांच से 10 लाख रुपये इनकम वाले ग्रुप में शामिल हुए हैं जबकि 3.8 परसेंट लोग 10 से 20 लाख रुपये वाले ब्रेकेट में पहुंच गए हैं। स्टडी के मुताबिक जीरो टैक्स वाले टैक्सपेयर्स की संख्या में कमी आई है। फाइनेंशियल ईयर 2022 में आधे रिटर्न पांच राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से भरे गए।
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