- Sponsored -
सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में स्थित मां जानकी जन्मभूमि मंदिर, पुनौराधाम के नाम से भी जाना जाता है, विकास के पथ पर
- Sponsored -
पटना, बिहार: सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में स्थित मां जानकी जन्मभूमि मंदिर को विकसित करने के लिए मंत्रीपरिषद ने 72 करोड़ से अधिक की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। इस धार्मिक स्थल के विकास के तहत कई नए पर्यटकीय संरचनाएं बनाई जाएंगी, जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगी और स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी।
माता सीता की जन्मभूमि
सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में स्थित मां जानकी जन्मभूमि मंदिर भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां के पुराणों में माता सीता का जन्म इसी स्थान पर हुआ था। इस धारणा के अनुसार, मिथिला में एक बार भीषण अकाल पड़ा और वहां के पुरोहित ने जनक को खेत में हल चलाने की सलाह दी। जब जनक हल चला रहे थे, तो जमीन से मिट्टी का एक पात्र निकला, जिसमें माता सीता शिशु अवस्था में थी।
नए पर्यटकीय संरचनाओं का निर्माण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निदेशानुसार, सीतामढ़ी मंदिर के विकास के लिए नये पर्यटकीय संरचनाओं का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा। इससे पर्यटकों को उच्च गुणवत्तावादी सुविधाएं प्राप्त होंगी और सरकार को राजस्व में वृद्धि मिलेगी। साथ ही, इस प्रोजेक्ट के अनुसार आस-पास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यवसाय की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
पर्यटन विभाग की योजनाएं
उपमुख्यमंत्री सह पर्यटन मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने बताया कि सीतामढ़ी मंदिर के विकास के लिए प्राक्कलित राशि का उपयोग कॉलम युक्त कोलोनेड परिक्रमा पथ, सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका, जानकी महोत्सव क्षेत्र, दीवारें, पार्किंग, मंडप, आंतरिक सड़कें, 3 डी एनिमेशन शो, डिस्प्ले कियोस्क, कैफेटेरिया, चिल्ड्रेन प्ले एरिया, पाथवे, भित्ति चित्र, कला, मूर्तिकला, और अन्य कलात्मक कार्यों के लिए होगा।
इस योजना का कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा, जिससे सीतामढ़ी मंदिर को एक आदर्श धार्मिक और पर्यटन स्थल बनाने में सफलता मिलेगी।
- Sponsored -
Comments are closed.