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समस्तीपुर: बिहार के ग्रामीण विकास एवं समस्तीपुर के जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने आज कहा कि राज्य में प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) के तहत रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने विशेष कार्य योजना बनाई है। श्री कुमार ने वीडियो कांफ्रेंंिसग के जरिए समस्तीपुर जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि सरकार प्रवासी समेत अन्य मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के प्रति कृतसंकल्पित है।उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के 20 प्रखंडों के 358 ग्राम-पंचायतों में मनरेगा योजना का कार्य चल रहा है, जिसमें 44 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में चालू वित्तीय वर्ष में अब-तक 10 लाख 83 हजार से अधिक मानव दिवस सृजित किये जा चुके है। श्री कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बिहार लौटे प्रवासी एवं अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये सभी जिलों में मनरेगा योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश अधिकारियों को दिये गए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन लोगों को जॉब-कार्ड उपलब्ध नहीं है उन्हें विशेष कैम्प लगाकर यथाशीघ्र जॉब कार्ड उपलब्ध करायें। जिले में कुल 8 लाख 32 हजार 278 जॉब कार्ड निर्गत है। जिसमें अनुसूचित जाति के 1 लाख 68 हजार 507 एवं अनुसूचित जनजाति के 3 हजार 184 और 6 लाख 58 हजार 587 अन्य लोगों के जाँब कार्ड शामिल हैं।मंत्री ने बताया कि जिले में मनरेगा योजना से 2 लाख 79 हजार 950 योजनाएँ प्रारंभ की गयी थी जिसमें 1 लाख 19 हजार 596 योजनाएँ पूर्ण हो चुकी है जबकि 1 लाख 60 हजार 354 योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि समस्तीपुर जिले में संचालित मनरेगा योजनाओं पर वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 51 करोड़ 35 लाख रूपये खर्च किये गए है, जिनमें मजदूरी मद में अब-तक 25 करोड़ 60 लाख रूपये एवं सामग्री मद में 25 करोड़ 75 लाख रूपये खर्च शामिल है।
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