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मुंगेर के सामुदायिक किचन से दिये जा रहे भोजन की गुणवत्ता पर ग्रामीणों ने उठाये सवाल

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मुंगेर :सामुदायिक किचन में दी जा रही भोजन रोजना हरी सब्जी कि बजाय मिलता है एक ही स्वाद के आलू का सब्जी। खाना खा रहे लोगों ने कहा मिला जुलाकर मिल रहा है खाना। वहीं इस मामले में तारापुर अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा खाने की क़्वालिटी की सुधार के लिए असरगंज प्रखंड के सीओ को बोल देता हूँ। राज्य सरकार द्वारा लगाई गई लॉक डाउन में समाज के वंचित व गरीब को दिक्कत ना हो जिसके पोषण के लिए सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर मुंगेर जिला के हर प्रखण्ड में सामुदायिक किचन का आयोजन किया गया है।इसी कड़ी में असरगंज प्रखंड क्षेत्र के सामुदायिक किचन का सेंटर मध्य विद्यालय चाफा में बनाया गया है, सरकार ने सामुदायिक किचन की व्यवस्था तो कर दी है लेकिन खाने की क्वालिटी का कोई नाप तौल नही है। जहां देखने को मिला कि गरीब के थाली में भोजन के नाम पर पतली डाल जिसका पानी अलग दाल अलग दिख रहा था, हरि सब्जी की जगह सिर्फ आलू का भुजिया देखने को मिला वहीं चावल की क्वालिटी भी काफी निम्न स्तर की दिखी।वही सामुदायिक किचन पहुंच निर्बल असहाय लोगों ने बताया कि खाना में एक ही तरह का रोज सब्जी और दाल मिलता है खाना मिला जुला के ठीक रहता है बहुत अच्छा नही कह सकते हैं। वहीं छोटे छोटे बच्चे की आखों में दिख रहा था की वह गरीबी की वजह बेस्वाद खाना को किसी तरह खा रहे थे। वहीं मौजूद केंद्र प्रभारी हेमकांत झा ने बताया कि रोजाना दो समय दोपहर और शाम में समाज के गरीब वंचित लोगों को भोजन कराया जाता है हालांकि कोविड के प्रकोप से खाने खाने लोग काफी कम संख्या में आते हैं कभी 10 लोग तो कभी 5 लोग ही आते हैं, जिसमे रोजाना चावल डाल और आलू परवल या अन्य तरह की हरी सब्जी बनाई जाती है साथ ही चना और मसूर की दाल दी जाती है, साथ ही उन्होंने बताया कि यहां की सारी व्यवस्था अंचलाधिकारी के हाथ मे है उनके आदेश पर सारा कार्य होता है।
वहीं खाना बनाने वाली रसोइया अमृता कुमारी ने बताया कि हम तीन लोग यहां कहना बनाते हैं जिसमे हमलोग को असरगंज सीईओ साहब के द्वारा जो बोला जाता है वो करते हैं रोज चवांल दाल और आलू का सब्जी बनाते हैं।वहीं इस संबंध में तारापुर अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि सामुदायिक किचन का आयोजन बिहार सरकार के आदेश पर मजदूर, निर्धन, निआश्रित और नि:शक्त लोगों के लिए व्यवस्था की गई है। हमारे अनुमंडल के तीनों प्रखंड में सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है, जिसमे असरगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय चाफा में चलाया जा रहा है, तारापुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय गोरगाम और संग्रामपुर प्रखंड के एस.बी.आर.टी. प्रोजेक्ट महिला उच्च विद्यालय संग्रामपुर में चलाया जा रहा है। और जहां तक चाफा में खाना की क्वालिटी में दिक्कत आयी है तो मै वहां के सीओ से बात कर लेता हूँ परंतु इसमें एक चीज का ध्यान रखना है कि सामुदायिक किचन में खाना बिल्कुल सादा बनान है और खिलाना है इसमें किसी तरह का पकवान या अन्य तरह के तेल वाली सामग्री जिससे स्वास्थ में दिक्कत हो उसे अवॉइड करना है, आपदा प्रबंधन विभाग का यह गाइड लाइन है की छना और किसी तरह की तेल वाली सामग्री भोजन नही बनानी है क्योंकि यह महामारी का समय है लोग स्वस्थ रहें यह बहुत जरूरी है। सामुदायिक किचन को प्रखण्ड वार एक ही चलाना है यदि इसे बढ़ाने का आदेश आएगा तो इसका पालन करेंगे। यह सामुदायिक किचन अभी राज्य में लॉक डाउन की अवधि तक चलेगा।

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