नीतीश कुमार का केंद्र पर हमला, बोले- समय से हुई होती जनजगणना तो महिला आरक्षण बिल लागू करने में नहीं होती देरी
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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि देश के उत्थान पर हमारा ध्यान है. उन्होंने कहा कि हमने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है और चाहते हैं कि यह जल्द लागू हो जाए. इससे महिलाओं का काफी उत्थान होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिलाओं को मिले आरक्षण की तर्ज पर इसमें पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए.
जनगणना पर उन्होंने कहा कि यह अब तक हो जाना चाहिए था, इसमें देरी क्यों हो रही है? 2024 में शुरू करने की क्या जरुरत है, इसे तत्काल शुरू कर देना चाहिए. कहा कि 1931 से जनगणना का काम किया जा रहा है. प्रत्येक दस वर्ष पर जनगणना का काम किया जाता है, यह पिछली बार नहीं किया गया, ये अच्छी बात नहीं है. जल्दी से इस काम को शुरू करना चाहिए.
भाजपा नेताओं के बयानों पर उन्होंने कहा कि हम उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं. हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. हम सबकी इज्जत करते हैं. सभी के लिए हम काम करते हैं.
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सीताराम येचुरी से मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं से हमारी मुलाकात होती रहती है. आपस में बातचीत होती रहती है.
पत्रकारों के अधिकार के बारे में उन्होंने कहा कि सबकी अलग-अलग राय हो सकती हैं, जिसको जो सही लगेगा वो लिखेगा, यह उनका अधिकार है. कॉलेज में पढ़ते और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में आंदोलन के दौरान से हमलोगों का पत्रकारों से काफी बेहतर संबंध रहा है. सांसद रहने के दौरान भी मेरा सभी लोगों से बढ़िया संबंध था. हम आप सभी लोगों के पक्ष में रहते हैं. हम पत्रकारों के कभी खिलाफ नहीं रहे हैं.
मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महिला आरक्षण बिल जल्द लागू होना चाहिए.
- उन्होंने कहा कि जनगणना नहीं होने से महिला आरक्षण बिल में देरी हो रही है.
- उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना तत्काल शुरू होनी चाहिए.
- उन्होंने भाजपा नेताओं के बयानों को खारिज किया और कहा कि हम सबकी इज्जत करते हैं.
- उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं से हमारी मुलाकात होती रहती है.
- उन्होंने कहा कि पत्रकारों का अधिकार नहीं खत्म होना चाहिए.
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