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धनबाद : कोयलांचल में ईद-उल-फितर काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस बार अल्पसंख्यकों ने संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात का पालन करते हुए नमाज अदा किया। वहीं बच्चों ने अल्लाह से दुआ किया कि जल्द ही वैश्विक महामारी कोरोना से लोगों को निजात दिलावे। ईद के अवसर पर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। वहीं बच्चों ने अपने घरों में नमाज अदा भी किया और एक दूसरे को बधाइयां भी दी।मालूम हो कि ईद उल-फ़ित्र या ईद उल-फितर मुसलमान रमज़ान उल-मुबारक के एक महीने के बाद एक मज़हबी ख़ुशी का त्यौहार मनाते हैं। जिसे ईद उल-फ़ित्र कहा जाता है। ये यक्म शवाल अल-मुकर्रम्म को मनाया जाता है। ईद उल-फ़ित्र इस्लामी कैलेण्डर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। इसलामी कैलंडर के सभी महीनों की तरह यह भी नए चाँद के दिखने पर शुरू होता है।मुसलमानों का त्योहार ईद मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला त्योहार है। इस त्योहार को सभी आपस में मिल कर मनाते है और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं। पूरे विश्व में ईद की खुशी पूरे हर्षोल्लास से मनाई जाती है।
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