- Sponsored -
दही हांडी उत्सव का आयोजन भगवान कृष्ण के जन्म के बाद उनके बाल लीलाओं का प्रतीक है और यह उत्सव कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मनाया जाता है। इस साल, दही हांडी उत्सव 7 सितंबर को मनाया जाएगा। दही हांडी उत्सव का इतिहास द्वापर युग से चला आ रहा है।
इस उत्सव में प्रतिभागी एक पिरामिड बनाते हैं और दही हांडी को तोड़ने का प्रयास करते हैं। दही हांडी को तोड़ने के लिए नारियल का उपयोग किया जाता है और विजयी टीम को पुरस्कार दिया जाता है। इस खास अवसर पर मथुरा और मुंबई की कुछ जगहों पर दही हांडी मनाया जाता है और आप भी इसमें भाग ले सकते हैं।
मथुरा-वृंदावन उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित हैं और यह श्री कृष्ण का जन्मस्थान है। यहां श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर है, जो हिंदुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म यहीं हुआ था। मंदिर को उस जेल कक्ष के चारों ओर बनाया गया है जहां कंस ने भगवान कृष्ण, माता देवकी और वासुदेव के परिवार को कैद किया था।
- Sponsored -
वृंदावन मथुरा से 15 किमी दूर है और यह श्री कृष्ण और राधा रानी के मंदिरों का स्थान माना जाता है। वृंदावन में श्री कृष्ण और राधा रानी के मंदिरों की विशाल संख्या है। इस साल 2023 में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मथुरा और वृंदावन में 7 सितंबर को दही हांडी उत्सव मनाया जा रहा है और आप भी इसमें शामिल हो सकते हैं।
- Sponsored -
मुंबई में भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दौरान दही हांडी प्रतियोगिता होती है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेते हैं। इस साल मुंबई और ठाणे से 14 गोविंदा टीमें भाग ले रही हैं।
दही हांडी प्रतियोगिता कृष्ण जन्माष्टमी के एक दिन बाद आयोजित की जाती है और जीतने वाली टीम को 33 लाख 33 हजार रुपये का पुरस्कार मिलता है। आप चाहते हैं तो इसमें भी हिस्सा ले सकते हैं।
इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर 2023 को है, इसलिए दही हांडी उत्सव 7 सितंबर 2023 को मनाया जाएगा।
- Sponsored -
Comments are closed.