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आरा : कोरोना माहामारी में आॅक्सीजन और वेंटिलेटर के अभाव से तनाव झेल रहे मरीजों के लिए एक अच्छी खबर भोजपुर जिला के लोगों के लिए आई। जहां आरा सदर अस्पताल में दस साल से बंद पड़े आईसीयू वार्ड का वेंटिलेटर शुरू किया गया। इसके साथ ही तीन मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा भी मिली। आरा सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एलपी झा के दिशानिर्देश में चिकित्सकों की बड़ी टीम ने डीएम रोशन कुशवाहा के संकल्प के अनुरूप अथक प्रयास कर आईसीयू को चालू कर दिया। वहीं आईसीयू को सदर अस्पताल के डॉक्टर नरेश कुमार के नेतृत्व में कार्य करने के लिए दिशानिर्देश जारी किया गया है। इनके साथ डॉ के एन सिन्हा इसके नोडल अधिकारी होंगे। साथ ही आईसीयू चिकित्सा दल में डॉ उदय कुमार, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ अमन समेत कई अन्य चिकित्सक तथा पारा मेडिकल स्टाफ होंगे। सदर अस्पताल के सिविल सर्जन एलपी झा ने बताया कि आईसीयू में फिलहाल तीन बेड है। जिन्हें आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा के संकल्प को सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने पूरा किया है। जिसमें आकस्मिक चिकित्सा रोग विशेषज्ञ डॉ जयमीत अंकुर ने बाहर से आकर सदर अस्पताल के चिकित्सकों को मशीनें इंस्टॉल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।वहीं जिले में आईसीयू के प्रारंभ होने से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी एवं उन्हें पटना रेफर किए बिना भी बेहतर व्यवस्था के तहत इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकेगी। साथ ही सरकार के दिशानिर्देश के तहत वर्तमान में जिले में चिकित्सकों के रिक्त 19 पदो के विरुद्ध संविदा पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। जिसके विषय में सिविल सर्जन डॉ एलपी झा ने बताया कि कोरोना के इलाज में तेजी लाने के लिए ग्यारह नए चिकित्सक संविदा पर नियुक्त किए गए हैं। जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
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