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कोविड वैक्सीनों के पेटेंट की समाप्ति स्वागत योग्य है

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  • डॉ. अजीत रानाडे
    ‘पेटेंट्स नहीं तो दवा नहीं’ का मुहावरा गलत है। नई दवा को विकसित करने के लिये जो करोड़ों रुपए लगते हैं वे उसकी क्लिनिकल ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण के लिए लगते हैं जो कि वास्तव में ‘जनहित’ का स्वरूप है। वह इसलिये कि एक बार जब उन ट्रायलों में नई दवा की सुरक्षा और विश्वसनीयता स्थापित हो जाती है, वह जनता की जानकारी के योग्य हो जाती है।पिछले अक्टूबर में भारत और दक्षिण अफ्रीका ने विश्व व्यापार संगठन (वर्ल्ड ट्रेड आॅगेर्नाइजेशन- डब्ल्यूटीओ) में प्रस्ताव रखा था कि कोविड संबंधी दवाओं और वैक्सीनों पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार को समाप्त कर देना चाहिये। इस प्रस्ताव को 60 देशों का समर्थन मिला था। यद्यपि अब भी ट्रम्प प्रशासन के अंतर्गत अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। तत्पश्चात, पिछली जुलाई की शुरूआत में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने कहा था कि वे इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। इसलिये उम्मीद थी, परन्तु फार्मा कम्पनियों का दबाव भी था। इसके अलावा अचानक पेटेंट अधिकारों को समाप्त करना अनुबंध की मूल भावना के खिलाफ था।आप सम्प्रभु वायदे को दबा नहीं सकते, और वे ही पेटेंट के अधिकार हैं। फिर, पिछले अप्रैल माह में 100 से अधिक नोबेल पुरस्कार विजेताओं और पूर्व राष्ट्राध्यक्षों सहित वैश्विक नेताओं ने अमेरिका से आग्रह किया था कि वह डब्ल्यूटीओ के ट्रिप्स (ट्रेड रिलेटेड आस्पेक्ट्स आॅफ इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राईट्स) की समाप्ति का समर्थन करे। उन्होंने कहा कि इसकी समाप्ति से टीकाकरण की दर बढ़ेगी और विकासशील देशों को उनकी अपनी वैक्सीनें बनाने की अनुमति मिल जायेगी जो कि वर्तमान में वैश्विक फार्मा कम्पनियों द्वारा ही विकसित और उत्पादित की जा रही है। हस्ताक्षरित पत्र यह भी कहता है कि वैक्सीन का ज्ञान और तकनीक सार्वजनिक रूप से बांटी जानी चाहिये और कृत्रिम आपूर्ति का अभाव उत्पन्न करने के लिये औद्योगिक एकाधिकार को अनुमति नहीं मिलनी चाहिये। महामारी के खिलाफ जंग जीतने के लिये इसे आवश्यक माना गया। पेटेंट समाप्ति (अधित्याग) के लिये अमेरिका का समर्थन पाना इसलिये आवश्यक है क्योंकि फाईजर, मॉडर्ना, नोवावेक्स, जॉनसन एंड जॉनसन और एस्ट्राजेनेका जैसी बड़ी फार्मा कम्पनियों को वही साध सकता है। बेशक, यह भी तर्क है, जिसका कि भारत द्वारा भी अध्ययन किया गया है कि डब्ल्यूटीओ के ट्रिप्स की उपधारा में आपातकाल की स्थिति में बचाव का रास्ता भी है। इसे अ%
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