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मेडिकल के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू
व्यवस्था को पुख्ता करने का तेजी से हो रहा प्रयास
रांची : सीएम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के शुरुआती दिनों में व्यवस्था अस्तव्यस्त हो गई थी। संक्रमण और इलाज को लेकर काफी अफरा-तफरी का माहौल था, लेकिन सरकार द्वारा किए जा रहे लगातार प्रयासों से अब स्थिति पर नियंत्रण पाने में सफलता मिल रही है। संक्रमितों के बेहतर इलाज के लिए जरूरी चिकित्सीय संसाधन अस्पतालों में लगातार बढ़ाए जा रहे हैं।
देश को दे रहे हैं आॅक्सीजन
सीएम ने कहा कि देश और मानव हित में झारखंड लगातार दूसरे राज्यों को आॅक्सीजन मुहैय्या करा रहा है। आपदा के इस काल में देश के लोगों की मदद कर सके, संक्रमितों की जान बचा सकें, इसी सोच के साथ राज्य सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड में संक्रमितों के समुचित और बेहतर इलाज के लिए सरकार सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर चिकित्सीय संसाधनों को लगातार बढ़ाने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है। लोगों को संक्रमण से किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। इस सिलसिले में राज्यस्तर पर टॉल फ्री नंबर के माध्यम से लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। अस्पतालों में आॅक्सीजनयुक्त बेड, वेंटिलेटर्स, आईसीयू और आॅक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था है। संजीवनी वाहन के माध्यम से अस्पतालों के लिए चौबीस घंटे इमरजेंसी में आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। अमृत वाहिनी एप के माध्यम से बेडों की जानकारी और बुकिंग, आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श समेत कई अन्य सुविधाएं मुहैय्या कराई गई है। उन्होंने सांसदों और विधायकों से कहा कि यदि अवकाश प्राप्त चिकित्सक, नर्स और अन्य स्वास्थकमी इस बाबत उनसे संपर्क करते हैं, तो उसकी पूरी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराएं, ताकि उनकी सेवा सरकार ले सके। सीएम ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के तौर पर काम कर रहे चिकित्सक, नर्स समेत सभी स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख का बीमा सरकार करा रही है। इसके अलावा कोरोना की वजह से जिन स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हो चुकी है, उनके लंबित बीमा राशि के भुगतान की दिशा में सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं।
सभी जिलों के लिए नोडल पदाधिकारी हैं नियुक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 को लेकर सभी जिलों के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इन सभी नोडल पदाधिकारियों का संपर्क नंबर आप सभी सांसदों व विधायकों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। नोडल पदाधिकारियों से बेड, आॅक्सीजन, आईसीयू, वेंटिलेटर्स और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जानकारी ली जा सकती है, साथ ही अगर कोई समस्या अथवा जरूरत हो तो इसकी भी जानकारी उनके माध्यम से सरकार तक पहुंचा सकते हैं।
9 जिलों में आरटीपीसीआर लैब हो रहा स्थापित
सीएम ने कहा कि कोरोना जांच की गति को तेज करने के लिए सरकार लगातार कोशिशें करती आ रही है। इस सिलसिले में 9 और जिलों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित किया जा रहा है, वहीं इस माह के अंत तक दो कोबास मशीनों को इंस्टॉल कर जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
बिजली की समस्या के लिये जारी किया नंबर
सीएम ने कहा कि राज्य के विभिन्न इलाकों से पावर कट को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं। कोरोना काल में बिजली की निर्बाध आपूर्ति को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने सांसदों और विधायकों से कहा कि मोबाइल व्हाट्स एप्प 94311-35515 पर बिजली से जुड़ी समस्याओं की जानकारी दे सकते हैं। बैठक में सांसद जयंत सिन्हा, पीएन सिंह, अन्नपूर्णा देवी, सुनील कुमार सिंह, चंद्र प्रकाश चौधरी, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, विधायक बाबूलाल मरांडी, सरफराज अहमद, मथुरा प्रसाद महतो, उमा शंकर अकेला, अंबा प्रसाद, ममता देवी, जयमंगल सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह, नीरा यादव समेत अन्य ने सुझाव दिये। वहीं मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता , मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त-सह-अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और सचिव विनय कुमार चौबे उपस्थित थे।
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