नयी दिल्ली, 27 सितंबर (लाइव 7) भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सचिव डॉ. पंकज मित्तल ने देश में उच्च शिक्षा प्रणाली में दिव्यांगों की भागीदारी के स्तर को चिंताजनक रूप से कम बताया है और इसके लिए दिव्यांगता के प्रति समाज की मानसिकता और संस्थानों में दिव्यांगजन के अनुकूल सुविधाओं की नितांत कमी को जिम्मेदार बताया।
डॉ. मित्तल यहां निजी क्षेत्र की अशोका यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में अशोका यूनिवर्सिटी के ओपन लर्निस सपोर्ट प्रभाग की ओर से उच्च शिक्षा तक पहुँच दिव्यांग छात्रों के लिए एक अनसुलझी चुनौती’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट भी जारी की गयी। उन्होंने कहा, “उच्च शिक्षा प्रणाली में दिव्यांगों की कम भागीदारी के चार प्रमुख कारण हैं- उच्च शिक्षा प्रणाली में अपर्याप्त बुनियादी ढाँचा, विश्वविद्यलयों की ओर से ऑफ़िस ऑफ़ लर्निंग सपोर्ट (ओएलएस) जैसी सहायता सेवाओं की कमी, समाज में दिव्यांगता के प्रति लोगों की हीन सोच और वित्तीय बाधाएं शामिल हैं।” उन्होंने कहा, “इनमें से सबसे बड़ा कारण दिव्यांगता के जोड़ा गया कलंक है, और दिव्यांगता के प्रति मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है।”
उच्च शिक्षा प्रणाली में दिव्यांगों की भागीदारी चिंताजनक रूप से कम: डॉ पंकज मित्तल
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