भोपाल, 21 सितंबर (लाइव 7) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की उपस्थिति में कोलकाता में हुए निवेशक सम्मेलन में राज्य को लगभग 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव हासिल हुए।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल हुए इस सम्मेलन में डॉ यादव ने कहा कि विकास के कारवां में सरकार को उद्योगपतियों के साथ बराबरी से चलना होगा। सरकार उद्योगपतियों के साथ सकारात्मक और सहयोगी दृष्टिकोण से कार्य की इच्छुक है। मध्यप्रदेश उद्योगपतियों का पलक पांवड़े बिछाकर स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि युक्ति, बुद्धि, क्षमता, योग्यता में भारतीय विश्व में अग्रणी हैं, लेकिन उपलब्धियां अर्जित करने के लिए शासन की सकारात्मक सोच और अनुकूलता आवश्यक है। शासन के सभी अंगों में समन्वय, और सहयोगी वातावारण से ही परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। मध्यप्रदेश में सभी औद्योगिक सेक्टर के लिए पर्याप्त संभावनाएं विद्यमान हैं। प्रदेश, कोयम्बटूर हो या कोलकाता, सभी क्षेत्रों के लोगों की उद्यमशीलता और सृजनशीलता को प्रदेश आमंत्रित करता है। राज्य सरकार हर संभव सहयोग और सहायता देने को तत्पर है। रेडीमेड गारमेंट, माइनिंग, ऊर्जा हो या पर्यटन का सेक्टर, सभी क्षेत्रों के मध्यम एवं भारी उद्योग प्रदेश में आमंत्रित हैं, राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियां पर्याप्त लचीली और समावेशी हैं। राज्य सरकार खुले दिल से उद्योगों का स्वागत करने के लिए आतुर है।
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर कल कोलकाता में आयोजित रोड-शो और उद्योगपतियों व औद्योगिक संगठनों से चर्चा के सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रेसीडेंट सीआईआई एवं आईटीसी समूह के अध्यक्ष व एमडी पुरी, मध्यप्रदेश बिरला ग्रुप के एमडी व सीईओ संदीप घोष, स्वरा हाइजीन के एमडी आलोक बिरला, टाटा स्टील्स के एमडी संदीप कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
कोलकाता समिट में खाद्य प्र-संस्करण, रसायन, सीमेंट, स्टील, प्लास्टिक और नवकरणीय ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों से 19 हजार 270 करोड़ रुपये के निवेश प्राप्त हुए, जिससे नौ हजार 450 रोज़गार के अवसर सृजित होंगे। सत्र में मध्यप्रदेश में औद्योगिक विस्तार और निवेश के लिए उपलब्ध अधोसंरचना, सुविधाओं व अन्य संभावनाओं पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। उद्योगपतियों और सरकार के बीच सीधे संवाद के इस महत्वपूर्ण मंच पर मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और व्यापारिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से देश-विदेश से आए लगभग 700 डेलिगेट्स और कई देशों के कांसुलेट एवं प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था ने 11वें स्थान से छलांग लगाकर विश्व में 5वें स्थान की अर्थव्यवस्था के रूप में स्वयं को स्थापित किया है। प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की तीसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रयासरत हैं। मध्यप्रदेश भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये पूरी प्रतिबद्धता से प्रयासरत है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पश्चिम बंगाल के उद्योगपतियों को अपनी गतिविधियों का मध्यप्रदेश में विस्तार करने के लिये का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी प्रतिभा, क्षमता, योग्यता का उपयोग करते हुए औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार के लिए मध्यप्रदेश में उपलब्ध अवसरों को पहचानें।
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन राघवेंद्र सिंह ने प्रदेश की औद्योगिक नीतियों, बुनियादी ढांचे, स्थिर प्रशासनिक समर्थन और निवेशकों को दिए जाने वाले प्रोत्साहनों पर प्रेजेंटेशन दिया। अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं तकनीकी दुबे ने प्रदेश में आईटी, प्रदेश की नीतियों और उपलब्ध संसाधनों पर प्रेजेंटेशन दिया।
इस दौरान मध्यप्रदेश में कार्यरत उद्योगपतियों ने भी अपने अनुभव साझा किए।
गरिमा
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कोलकाता समिट में मध्यप्रदेश को मिले लगभग 20 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव
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